फुसरो. बेरमो कोयलांचल में जगह-जगह भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनायी गयी. इस दौरान लोगों ने धरती आबा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. स्वतंत्रता सेनानी धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती और झारखंड राज्य के 24वें स्थापना दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जगह-जगह कार्यक्रम हुए. करगली गेट स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर लोगों ने नमन किया. सीसीएल ढोरी व बीएंडके कार्यालय परिसर में जीएम रंजय सिन्हा व के रामाकृष्णा ने उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण किया. बीएंडके जीएम ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ऐसे नायक थे, जिन्होंने क्रांतिकारी चिंतन से आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदल दी. ढोरी जीएम ने कहा कि आज क्रांतिवीर बिरसा मुंडा के संघर्षों को याद करने का दिन है. आजादी के दो दशक पहले भारत के दो सितारे धूमकेतु की तरह उभरे थे. एक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और दूसरे बिरसा मुंडा. बिरसा मुंडा ने महाजनी जुल्म के खिलाफ उलगुलान किया था. इससे अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ प्रतिकार की आवाज तेज हुई थी. बिरसा के विचारों के अनुसार सुंदर झारखंड के निर्माण के लिए शपथ लेने की जरूरत है. मौके पर एसओपी प्रतुल कुमार, राजीव कुमार, गौतम मोहंती, सीताराम उइके, सुरेश कुमार सिंह, तौकीर आलम, पीएन सिंह, जयशंकर प्रसाद, गौरव कुमार, शैलेश कुमार सहित यूनियन नेता मौजूद थे.
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