कई टीमें एक साथ कर रही हैं जांच
नौशाद पर पहले भी संदिग्ध पोस्ट करने को लेकर आरोप लगते रहे हैं. 23 अप्रैल को नौशाद का आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयब्बा और पाकिस्तान के समर्थन में सोशल साइट पर महंगा पड़ गया. एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम), एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉयड), आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) और टेक्निकल टीम के अधिकारी एक साथ पूरे मामले की जांच कर रहे हैं.
पूर्व से ही विवादास्पद रहा है मिल्लतनगर का नौशाद
नौशाद पर रांची में अप्रैल 2025 में सोशल साइट पर आपत्तिजनक पोस्ट करने को लेकर केस दर्ज हुआ. 2025 में रामनवमी के मौके पर नौशाद द्वारा सोशल साइट पर आपत्तिजनक पोस्ट के खिलाफ दिल्ली निवासी कंचन ने शिकायत की. इस पर रांची के साइबर थाने में दारोगा पंकज कुमार के बयान पर शिकायत दर्ज हुई. इसके बाद भी नौशाद लगातार सोशल साइट पर लगातार आपत्तिजनक पोस्ट करता रहा है. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर नौशाद ने खुशी जतायी. 23 अप्रैल को बालीडीह पुलिस ने आपत्तिजनक पोस्ट करने को लेकर नौशाद पर कांड संख्या 138/2025 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया है.
क्या है नौशाद से जुड़ा पूरा मामला?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ. इसमें 26 पर्यटकों की जान चली गयी. 23 अप्रैल को बोकारो के बालीडीह थाना क्षेत्र के सिवनडीह मखदुमपुर के मिल्लतनगर निवासी 31 वर्षीय नौशाद (पिता मोहम्मद मुस्ताक) ने आतंकवादी हमले पर खुशी व्यक्त की. नौशाद ने ट्विटर पर ट्विट कर ”थैंक्यू पाकिस्तान, थैंक्यू, लस्कर-ए-तैयब्बा, मे अल्लाह ब्लेस यू ऑलवेज, आमीन, आमीन. वी विल बी मोर हैप्पी इफ आरएसएस, बीजेपी, बजरंग दल एंड दी मीडिया एंड टारगेटेड” लिखा. ट्विटर पर उर्दू और अंग्रेजी में ट्विट किया गया है. नौशाद ने खुद को ‘इस्लामिक लॉयर और बोल्ड ओरेटर’ बताया. ट्विट करते ही एसपी मनोज स्वर्गियारी के निर्देश पर बालीडीह इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह ने नौशाद को आरेस्ट कर लिया. पूछताछ के बाद नौशाद को जेल भेज दिया गया.
नौशाद मामले की हो रही जांच-डीएसपी
बोकारो के मुख्यालय डीएसपी अनिमेष कुमार गुप्ता ने कहा कि नौशाद से जुड़े मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. फिलहाल नौशाद को जेल भेजा गया है.
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