कोयला कामगारों की मांगों को लेकर 16 की हड़ताल को लेकर तैयारी शुरू

16 फरवरी को होने वाली हड़ताल को लेकर कुजू क्षेत्र की ट्रेड यूनियन के नेताओं ने चुप्पी साध रखी है. पांच दिनों के बाद हड़ताल होगी. अब तक संयुक्त मोर्चा की बैठक भी नहीं हुई है. श्रमिक संगठन के लोग अब तक कामगारों के बीच नहीं पहुंच पाये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | February 12, 2024 4:59 AM
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केंद्रीय ट्रेड यूनियन एचएमएस, इंटक, एटक और सीटू ने 16 फरवरी को कोल इंडिया में हड़ताल की घोषणा की है. कोयला कामगारों ने हड़ताल पर जाने की तैयारी शुरू कर दी है. ट्रेड यूनियन के नेता हड़ताल पर जाने के लिए मजदूरों के बीच पीट -मीटिंग भी कर रहे हैं. कोयला उद्योग में निजीकरण के खिलाफ और कई अन्य मुद्दों को लेकर हड़ताल बुलायी गयी है. रामगढ़ जिले में सीसीएल के रजरप्पा, बरका-सयाल, अरगड्डा, कुजू, सीआरएस, बरकाकाना, माइंस रेस्क्यू स्टेशन सहित अन्य जगहों पर हड़ताल का असर देखने को मिल सकता है. इधर, हड़ताल को लेकर क्षेत्रीय प्रबंधन भी अपनी तैयारी में लग गया है. इसके लिए वह संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक बुलाकर हड़ताल पर नहीं जाने की अपील करेगा. कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है. इसमें कामगारों के तीनों पाली की उपस्थिति और अनुपस्थिति के आंकड़े जमा किये जायेंगे.

चार माह के अंदर दूसरी बार हो रही है हड़ताल की तैयारी

ट्रेड यूनियन ने 14 सितंबर को वेज बोर्ड को लेकर रांची में बैठक बुलायी थी. बैठक में एनसीडब्ल्यूए 11 के अनुसार सितंबर की सैलेरी पेमेंट नहीं होने पर पांच से सात अक्तूबर तक तीन दिवसीय हड़ताल की घोषणा की गयी. 27 अक्तूबर को दिल्ली में तीन दिवसीय हड़ताल को लेकर कोल इंडिया के अध्यक्ष के साथ नेताओं की बैठक हुई. इसमें पांच से सात अक्तूबर तक की हड़ताल वापस लेते हुए प्रबंधन को समय दिया गया है. 12 अक्तूबर से तीन दिवसीय हड़ताल की घोषणा की गयी. इस मामले को लेकर नौ अक्तूबर को जबलपुर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट द्वारा स्टे देने के बाद वेज बोर्ड फिर से शुरू हो गया. सितंबर का वेतन एनसीडब्ल्यूए 11 के अनुसार करने का आदेश निर्गत हुआ है. यह अब भी जारी है.

पांच दिन के बाद होगी हड़ताल, नहीं हुई है संयुक्त मोर्चा की बैठक

16 फरवरी को होने वाली हड़ताल को लेकर कुजू क्षेत्र की ट्रेड यूनियन के नेताओं ने चुप्पी साध रखी है. पांच दिनों के बाद हड़ताल होगी. अब तक संयुक्त मोर्चा की बैठक भी नहीं हुई है. श्रमिक संगठन के लोग अब तक कामगारों के बीच नहीं पहुंच पाये हैं. कामगारों को यह नहीं बताया जा रहा है कि हड़ताल किन वजह से होगी. सीसीएल कुजू क्षेत्र में राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ, झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन, सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ, अखिल झारखंड कोयला श्रमिक संघ, कोल फील्ड मजदूर यूनियन, जनता मजदूर संघ, यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन सहित कई अन्य श्रमिक संगठन मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए आवाज उठाते हैं. सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ हड़ताल से अलग है.

मजदूरों के हक व अधिकार को लेकर की जा रही है हड़ताल

जनता मजदूर संघ के कुजू क्षेत्रीय सचिव जगदीश महतो ने कहा कि श्रमिकों की मांगों को लेकर पूर्व में भी कोल इंडिया को मांग पत्र दिया गया था. अभी तक कोल इंडिया द्वारा किसी भी तरह की पहल नहीं की गयी. केंद्र सरकार द्वारा मजदूरों को मिलने वाली सुविधाओं में भी कटौती की गयी है. इस सभी मुद्दों को लेकर हड़ताल की जायेगी.

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