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दरअसल, एक गर्भवती महिला श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सफर कर रही थी. बोकारो स्टेशन पर ट्रेन में ही उसे अचानक लेबर पेन शुरू हो गया. ट्रेन के कोच में कोई महिला डॉक्टर नहीं थी. स्टेशन पर मौजूद एसडीओ शशि प्रकाश सिंह ने आरपीएफ की महिला स्टाफ और मेडिकल टीम को कोच-12 में भेजा. सभी ने मिलकर महिला की डिलीवरी करायी.
यह सुखद घटना एर्नाकुलम से बोकारो आयी श्रमिक स्पेशल ट्रेन की है. प्रवासी महिला श्रमिक ने एक बच्ची को जन्म दिया. कोच के पास तैनात प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी रुपेश तिवारी ने बताया कि ट्रेन के पहुंचने के साथ ही कोच में सवार लोगों ने महिला को लेबर पेन की जानकारी दी.
इसकी जानकारी एसडीएम शशि प्रकाश सिंह को दी गयी. उसके बाद मेडिकल टीम महिला पुलिसकर्मी की मदद से कोच में पहुंची और वहीं महिला का प्रसव कराया गया. महिला का नाम असीमा (20) है. इसके पति जोलसन ने बताया कि वह केरल के बालचिरा के टाइल्स फैक्टरी में काम करता था. लॉकडाउन में वहां फंस गया था.
ये लोग मूलतः सिमडेगा जिला के छोटकी बेवरा (कुरडेग) के रहने वाले हैं. वहां तैनात एएसआई रितेश कुमार केशरी व आरपीएफ की एसआई संगीता तिवारी ने महिला का प्रसव कराने में अहम भूमिका निभायी.
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