East Singhbhum News : गरीबों, मजदूरों और आदिवासियों के हक के लिए लड़ते थे बास्ता बाबू

घाटशिला. शहर में दो जगहों पर अंतिम दर्शन को रखा गया पार्थिव शरीर

By ATUL PATHAK | June 4, 2025 11:57 PM
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घाटशिला.

बास्ता बाबू अमर रहे से गूंजा यूनियन कार्यालय :

मऊभंडार यूनियन कार्यालय में सीपीआइ का झंडा उनके पार्थिव शरीर को ओढ़ाया गया. बास्ता बाबू अमर रहे के नारे लगते रहे. डॉ दिनेश षाड़ंगी ने कहा कि बास्ता बाबू मेरे मार्ग दर्शक थे. उन्होंने राजनीति में मुझे दिशा दी. उनका जाना अपूरणीय क्षति है. पूर्व विधायक देवीपद उपाध्याय की आंखें नम हो गयीं. उन्होंने कहा कि बास्ता बाबू मेरे अभिभावक रहे. उन्हीं की प्रेरणा से मैं चार बार विधायक चुना गया. मौके पर कासू हांसदा, विद्युत मजूमदार, महमूद अली, भुवनेश्वर तिवारी, लखन मार्डी, रामदास हासंदा, बिनय बेरा आदि उपस्थित थे.

पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था को मजबूत बनाने में बास्ता सोरेन की अहम भूमिका थी:

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