घाटशिला. मऊभंडार स्पोट् र्स क्लब मैदान में एटक और आइसीसी वर्कर्स यूनियन का रविवार शाम में तीन साल बाद वार्षिक सम्मेलन हुआ. इसकी अध्यक्षता बीएन सिंहदेव ने की. मुख्य अतिथि एटक के पर्यवेक्षक एवं राज्य सचिव अंबुज ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार मजदूर विरोधी नीतियों पर काम कर रही है. सरकार मजदूरों को अधिकार देने की बजाय कल-कारखानों और फैक्ट्रियों को पूंजीपतियों को सौंप रही है. मऊभंडार स्थित एचसीएल/आइसीसी कंपनी पिछले पांच वर्षों से बंद है. इसपर सरकार का कोई ध्यान नहीं है. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मजदूरों को लेकर चर्चा तो होती है, पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती. सम्मेलन में मजदूरों के हक में आंदोलन की रणनीति बनायी गयी. इसमें आइसीसी कारखाने के पुनरुद्धार और पुनः संचालन के प्रयास, बंद खदानों को जल्द खुलवाने की मांग, मजदूरों के लिए बोनस के एवज में नई स्कीम लाकर अधिकतम लाभ दिलाने की पहल, ठेका मजदूरों के वेतन में बढ़ोत्तरी और अन्य सुविधाएं दिलाने के प्रयास, मऊभंडार टाउनशिप की सड़कों और आवासों के मरम्मतीकरण जैसे मुद्दों पर चर्चा की गयी.
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