गालूडीह. गालूडीह के पाटमहुलिया मौजा में 45 एकड़ का सरकारी तालाब (एक हजार डोभा के समान) बड़ाबांध का अस्तित्व मिटता जा रहा है. तालाब के पास ही स्लैग डंपिग यार्ड के पहाड़ नुमा टीले और वर्षों से तालाब के जीर्णोद्धार नहीं होने से तालाब का अस्तित्व धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है. इसे बचाने की जरूरत है. यह घाटशिला प्रखंड का सबसे बड़ा सरकारी तालाब है. इस तालाब पर महुलिया, जोड़सा और उलदा पंचायत के 40 से अधिक गांव के ग्रामीण आश्रित हैं. जब गर्मी में सभी जलाशय सूख जाते हैं, तब बड़ाबांध सभी के लिए सहारा बनाता है. यहां लोग नहाने- कपड़े धोने, मवेशी को पानी पिलाने के साथ पाइप और मोटर लगाकर पटवन भी करते हैं. बावजूद विभाग इसी सुधि नहीं ले रहा.
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