मुसाबनी. मुसाबनी प्रखंड में सोमवार की शाम आंधी-बारिश व ओलावृष्टि से बारी क्षति हुई. गोहला- देवली गांव में कई एकड़ में लगी बंधा गोभी, फूलगोभी, नेनुआ, खीरा, करेला, टमाटर समेत कई सब्जियों को भारी नुकसान हुआ है. किसान खेत में बर्बाद सब्जियों को देखकर मायूस हैं. उन्हें चिंता सताने लगी है कि नुकसान की भरपाई कैसे होगी? देवली- गोहला को एग्रो स्मार्ट विलेज के रूप में जाना जाता है. यहां के किसान सब्जी की खेती व्यापक पैमाने पर करते हैं. यहां से उत्पादित सब्जियां मुसाबनी, धालभूमगढ़, घाटशिला, जादूगोड़ा, मउभंडार, डुमरिया के साथ चाईबासा व आसपास के बाजारों में जाती हैं.
सीओ से मुआवजा की मांग, सीआइ ने नुकसान का आकलन किया
पूर्व जिप सदस्य बुद्धेश्वर मुर्मू ,पूर्व पंसस हरिपद भकत ने मंगलवार को देवली गोहला पहुंच कर किसानों से नुकसान की जानकारी ली. सीओ को जानकारी देकर प्राकृतिक आपदा के तहत मुआवजा देने की मांग की. सीओ ने सीआइ शरद चंद्र बेरा को देवली- गोहला भेजकर ओलावृष्टि से सब्जी को हुए नुकसान का आकलन करने का आदेश दिया. सीआइ किसान शरत चंद्र बेरा, किसान मंत्री सीतानाथ पाल के साथ देवली गोहला पहुंचे. खेतों में नुकसान का जायजा लिया.
रोज एक क्विंटल खीरा का उत्पादन कर रहे थे रामेश्वर
ओलावृष्टि से रामेश्वर पाल के तीन एकड़ में लगी बंधा गोभी, फूलगोभी, करेला व खीरा बर्बाद हो गया. रामेश्वर पाल के अनुसार, प्रतिदिन एक क्विंटल से अधिक खीरा खेत से निकल रहा था. कई अन्य सब्जियां बाजार में बेचते थे. उन्होंने खेत में करीब 20 हजार बंधा गोभी तैयार की थी.
दो दर्जन किसानों को हुआ भारी नुकसान
वहीं, बलराम पाल के दो एकड़ में टमाटर, नेनुआ, खीरा, शिवानंद पाल के दो एकड़ में टमाटर, गोभी, खीरा तथा कार्तिक पाल, भीमसेन पाल, निताई पाल समेत दो दर्जन से अधिक सब्जी उत्पादक किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है. किसानों के अनुसार, उत्पादन शुरू हुआ था. ओला गिरने से फसल बर्बाद हो गयी.
धालभूमगढ़ में ओलावृष्टि से फसल बर्बाद, किसान हताश
चाकुलिया में ओलावृष्टि से करेले की फसल बर्बाद, किसान चिंतित
चाकुलिया में सोमवार की शाम आंधी-बारिश और ओलावृष्टि से सरडीहा पंचायत के किसानों को काफी नुकसान हुआ है. किसानों ने करेले की खेती प्रचुर मात्रा में की थी. ओलावृष्टि से करेले की खेती बर्बाद हो गयी. किसान भावेश महतो, गौरांग महतो, किशन हांसदा, तापस महतो आदि ने बताया कि क्षेत्र के किसान नगदी फसल के तौर पर करेले की खेती करते हैं. प्रतिवर्ष करेले से अच्छा मुनाफा कमाते हैं. इस वर्ष की आंधी और ओलावृष्टि ने किसानों को तबाह कर दिया है.
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