गालूडीह. घाटशिला प्रखंड अंतर्गत गालूडीह से सटे उलदा पंचायत के एनएच 33 के सटे माहलीपाड़ा में मिट्टी के कटाव से 11 हजार वोल्ट का बिजली तार और खंभा गिरने के कगार पर पहुंच गया है. इससे माहलीपाड़ा के 35 परिवार की जान पर खतरा मंडरा रहा है. इससे नाराज ग्रामीणों ने विरोध- प्रदर्शन कर जल्द से जल्द बिजली का खंभा और तार हाइवे के किनारे शिफ्ट करने की मांग की. 11 हजार वोल्ट का बिजली का तार इसी गांव के ऊपर से गुजरा है. अगर पोल गिरा तो पूरा गांव करंट की चपेट आ सकता है. यहां 35 परिवार के करीब 200 सदस्य हैं. गांव के लखींद्र महतो ने बताया कि उनकी जमीन पर फोरलेन बनने के दौरान ठेका कंपनी मधुकॉन ने मिट्टी खुदाई कर रोड में बिछा दी थी. उबड़-खाबड़ जमीन थी जिसे खेती लायक बनाने के लिए खुदाई करने दिया था. तब से 11 हजार वोल्ट के बिजली का पोल और तार उसी हालत में है. 10 सितंबर 2024 को बिजली विभाग को लिखित सूचना देकर पोल और तार को हटाने की मांग की थी. तब विभाग के कुछ लोग देखने आये थे. पर उसके बाद कोई पहल नहीं हुई. इधर. लगातार बारिश से जल जमाव हो गया है. कुछ मिट्टी के भरोसे 11 हजार वोल्ट का खंभा तार समेत खड़ा है. जल जमाव से कभी भी तार समेत बिजली का खंभा गिर सकता है. इससे बगल के गांव माहलीपाड़ा पर संकट मंडरा रहा है. क्योंकि इस गांव के उपर से 11 हजार वोल्ट का तार गुजरा है. समय रहते विभाग को पहल करनी चाहिए. माहली पाड़ा के ग्राम प्रधान घासीराम माहली ने कहा कि विभाग जल्द कोई व्यवस्था करें. यहां तमाम घर मिट्टी के हैं. विरोध जताने में दुबाई माहली, बबीता माहली, शिवानी माहली, जसमी माहली, बाहा माहली, कांदरी माहली, सोला माहली, रानी माहली, मानको माहली, मोहन माहली, कविता माहली, पार्वती माहली, सुगी माहली, रानी हांसदा, सोनिया हांसदा आदि शामिल थे.
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