झारखंड-बिहार की सीमा पर अवस्थित गेरूआ नदी एक बार फिर उफान पर है. धपरा पंचायत अंतर्गत बादे गांव के समीप नदी के तेज बहाव के कारण तटबंध का बड़ा हिस्सा कट चुका है. पानी लगातार तटबंध से सटे खेतों और जमीन का कटाव कर रहा है, जिससे स्थानीय किसानों और ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है. छोटी टोला बादे के मोहम्मद इलियास, नूरजहां खातून और मोहम्मद अब्बास सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि रात-रात भर जागकर लोग तटबंध की निगरानी कर रहे हैं. नदी के तेज बहाव को देखते हुए तटबंध कभी भी टूट सकता है. लोग आवश्यक सामान बांधकर सुरक्षित स्थानों पर जाने की तैयारी में हैं. ग्रामीणों ने याद करते हुए बताया कि वर्ष 1999 की भीषण बाढ़ ने इलाके में भारी तबाही मचायी थी, जिसमें दर्जनों गांवों को जान-माल और आर्थिक क्षति उठानी पड़ी थी. इसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर तटबंध का निर्माण कराया गया था. किंतु रख-रखाव के अभाव में यह तटबंध अब जर्जर हो चुका है और कई स्थानों पर टूटने की कगार पर है. ग्रामीणों ने झारखंड सरकार में मंत्री संजय प्रसाद यादव से तटबंध की मरम्मत कराने और संभावित आपदा से बचाव के लिए त्वरित कार्रवाई की मांग की है.
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