झारखंड राज्य शिक्षा परियोजना की ओर से राज्य के सभी डीइओ एवं डीएसइ के नाम प्रेषित पत्र के आलोक में कैरम टैलेंट हंट कार्यक्रम के तहत सर्वप्रथम प्रखंडवार सभी सरकारी विद्यालयों के बीच एवं तत्पश्चात जिला मुख्यालय में जिलास्तरीय अंडर 17 एवं अंडर 19 कैरम प्रतियोगिता के आयोजन बालक एवं बालिका वर्ग में किये जाने का निर्देश दिया गया है. इस आलोक में मैच का आयोजन स्कूली बच्चों के बीच किया जा रहा है. मैच को सुचारू रूप से संचालन करने के लिए अन्य जिले में पत्र प्रेषित करते हुए जिला कैरम संघ से तकनीकी सहयोग लिए जाने को भी कहा गया है, ताकि पहली बार इस प्रकार के बड़े आयोजन में प्रतिभागिता कर रहे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय नियम एवं शर्तों को जान सके. परंतु, गोड्डा में ना तो इसके लिए जिला कैरम संघ से संपर्क साधा गया, ना ही जिला खेल पदाधिकारी को शामिल किया गया और ना ही प्रेस को जानकारी दी गयी. चुपचाप शारीरिक शिक्षा शिक्षक के सहयोग से गुरुवार को नगर भवन में जिलास्तरीय प्रतियोगिता करवा ली गयी. इस पर ही जिला कैरम संघ ने आपत्ति जतायी है. शारीरिक शिक्षा शिक्षक ओलंपिक से जुड़े खेल में जरूर दक्ष होंगे, लेकिन कैरम एक नॉन ओलंपिक गेम है. मालूम हो कि जिले में एक सशक्त जिला कैरम संघ है. इसके पास एक इंटरनेशनल अंपायर, एक नेशनल अंपायर तथा एक नेशनल कोच सहित आधा दर्जन ऐसे महिला एवं पुरुष खिलाड़ी हैं. राज्य की प्रथम से तृतीय वरीयता सूची में स्थान रखते हुए अनेक नेशनल चैंपियनशिप में राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. साथ ही गोड्डा में एक दर्जन से अधिक इंटरनेशनल बोर्ड है, जो जिला कैरम संघ द्वारा सहज उपलब्ध है. सारे मुकाबले लोकल बोर्ड में करवाये गये. वहीं दुमका में जिला कैरम संघ के सहयोग से सारे मुकाबले इंटरनेशनल बोर्ड पर इंटरनेशनल रूल्स से करवाए गये. ऐसे में मुख्यालय में इस प्रकार का आयोजन, आयोजनकर्ता के ऊपर सवाल खड़ा करता है.
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