Table of Contents
- 15 अगस्त तक जोर-शोर से होती है धान की बुवाई
- 24 घंटे पहले तक सबसे कम बारिश वाला जिला था गोड्डा
- खेती में तेजी के लिए मूसलाधार बारिश जरूरी – किसान
- Godda Weather: सूखी कझिया में लौटी रौनक
Godda Weather Today Rain: गोड्डा जिले में 24 घंटे में 30 मिलीमीटर तक वर्षा हुई है. सोमवार देर रात जिले में वर्षा शुरू हुई. मंगलवार को भी रुक-रुककर बारिश होती रही. इससे खेतों की नमी लौट आयी है. निचले हिस्से में खेतों में पानी भर गया है. इसका असर किसानों के चेहरे पर साफ देखा जा रहा है. बारिश की वजह से किसानों ने खेती का काम शुरू कर दिया है. अब तक पटवन के सहारे किसान खेती कर रहे थे, उनको लगातार 2 दिन की बारिश के बाद थोड़ी राहत मिली है. बारिश होने से किसानों को बड़ी राहत मिली है.
15 अगस्त तक जोर-शोर से होती है धान की बुवाई
जुलाई के महीने में खेती का काम होता है. जुलाई के महीने से लेकर 15 अगस्त तक धान की बुवाई जिले भर में जोर-शोर से होती है. इसे उपयुक्त भी माना जाता है. ऐसे में बारिश नहीं होने से किसान खेती का काम शुरू नहीं कर पा रहे थे. यहां के किसान मानसून की बारिश पर ही आश्रित रहते हैं. ऐसे में बारिश नहीं होने से निराशा स्वाभाविक है. खेतों की कटाई का काम भी शुरू नहीं हो सका था. निचले हिस्से को छोड़ दें, तो अभी भी ऊपरी हिस्से में एक छटांक भी खेती नहीं हो पायी है.
- गोड्डा में 24 घंटे में 30 मिलीमीटर वर्षा, रुक-रुककर हुई वर्षा से धनरोपणी में आयी तेजी
- 24 घंटे पहले पूरे राज्य में कम वर्षा वाले जिले में एक नंबर पर था गोड्डा
24 घंटे पहले तक सबसे कम बारिश वाला जिला था गोड्डा
मौसम विभाग के आंकड़ों पर गौर करेंगे, तो पायेंगे कि 24 घंटे पहले तक गोड्डा की गिनती उन जिलों में हो रही थी, जहां सबसे कम मानसून की बारिश हुई है. दूसरे स्थान पर साहेबगंज और देवघर तीसरे नंबर पर था. गोड्डा जिले में 14 जुलाई तक सामान्य वर्षा नहीं हुई थी. 2 दन की बारश से रिकॉर्ड में थोड़ा सुधार आया है.
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खेती में तेजी के लिए मूसलाधार बारिश जरूरी – किसान
किसानों का कहना है कि बारिश भले हुई हो, लेकिन खेती के काम में तेजी लाने के लिए मूसलाधार बारिश की जरूरत है. जिले में अब तक एक बार भी मूसलाधार बारिश नहीं हुई है. जिले के पथरगामा, बसंतराय, सुंदरपहाड़ी और बोआरीजोर प्रखंडों में कुछ जगहों पर खेती हुई है, लेकिन अधिकांश जगहों पर बहियार सुनसान पड़े हैं. धान की बुवाई जुलाई में हो जानी चाहिए.
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Godda Weather: सूखी कझिया में लौटी रौनक
सोमवार की रात शुरू हुई रिमझिम बारिश से कझिया नदी की रौनक लौट आयी है. कझिया नदी में बारिश का पानी तेजी से बह रहा है. 3 दिन पहले तक कझिया पूरी तरह से सूखी थी. अब नदी में पानी तेज रफ्तार से बह रही है. अभी कोई इस नदी में उतरने का साहस भी नहीं कर पा रहा.
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