गोड्डा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमेश कुमार एवं सचिव दीपक कुमार ने बुधवार को नहर चौक स्थित चिल्ड्रन होम (बालक) का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सरकार व प्राधिकरण की ओर से मुहैया की जाने वाली सभी प्रकार की सुविधाओं की पड़ताल की. बाल गृह को मिलने वाली सुविधाओं समेत सफाई, स्वास्थ्य व भवन की स्थिति का जायजा लिया गया. उन्होंने बच्चों के बीच पाठ्य सामग्रियों का वितरण किया. पीडीजे ने बारी-बारी से बच्चों से बातचीत कर उनका मनोबल बढ़ाया. कहा कि बच्चों को डरने की बात नहीं है. नहीं डरने के लिए ही हम यहां आये हुए हैं. आपको यहां सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करायी जाएगी. आप यहां पारिवारिक माहौल में रहकर पढ़ना-लिखने भी सीखें. कहा कि बच्चे यहां रहकर डरे नहीं व इन बच्चों का बचपन सुरक्षित रहे और ये फिर से उछल-कूद कर सकें. यही होम का मुख्य उद्देश्य है. इस उम्र के बच्चे तो खेलने-कूदने में मस्त रहते हैं. चिल्ड्रन होम की ओर से जानकारी दी गयी कि ये बच्चे बाल कल्याण समिति के माध्यम से सौंपे गये है. इन बच्चों के माता-पिता के बारे में अब तक जानकारी नहीं मिली है. माता-पिता की खोज के लिए काउंसिलिग जारी है. वर्तमान में बाल गृह में छह बच्चे हैं, जो विभिन्न जगहों से रेस्क्यू करके लाये गये हैं. इस अवसर पर कार्यपालक दंडाधिकारी अभय कुमार झा, विधि सह परवीक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार, एलएडीसी रितेश कुमार सिंह, आयूष राज, पीएलवी नवीन कुमार, तबरेज आदि उपस्थित थे.
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