झारखंड के संताल परगना के एक श्रमिक की तमिलनाडु में मौत हो गई है. इसके बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है. श्रमिक महगामा के एक गांव का रहने वाला था. वह तमिलनाडु के ऊटी में कंस्ट्रक्शन कंपनी के लिए काम करने गया था. इसी दौरान भू-धंसान हुआ और उसमें उसकी मौत हो गई. दूसरी ओर एक अन्य युवक की सड़क दुर्घटना में पंजाब के चंडीगढ़ में मौत हो गई.
भू-स्खलन में फंस गए थे झारखंड के दो श्रमिक
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, झारखंड के दो श्रमिक भू-स्खलन में फंस गए. ऊटी में एक कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने के दौरान भू-स्खलन की घटना हुई. इसमें दो श्रमिक फंस गए. दोनों श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, लेकिन अस्पताल ले जाते समय एक श्रमिक ने रास्ते में दम तोड़ दिया.
#WATCH | Tamil Nadu: Two labourers from Jharkhand got trapped in a landslide during construction work in Ooty. Both were rescued, however one of them died on the way to the hospital. pic.twitter.com/u43MKn7tXg
— ANI (@ANI) March 13, 2024
महगामा का रहने वाला था मृतक
मृतक श्रमिक झारखंड के गोड्डा जिले के महगामा विधानसभा क्षेत्र का रहने वाला था. जैसे ही उसकी मौत की खबर गांव में पहुंची, पूरे गांव में मातम पसर गया. मृतक के घर में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने झारखंड सरकार से मांग की है कि प्रशासन की मदद से शव को गांव तक लाने की व्यवस्था की जाए.
Also Read : Jharkhand: रजिस्टर्ड प्रवासी श्रमिक की मौत पर आश्रितों को मिलेगा दो लाख का अनुदान
उधर, चंडीगढ़ में दुर्घटना में युवक की मौत
उधर, एक अन्य युवक की सड़क दुर्घटना में चंडीगढ़ में मौत हो गई है. वह महागामा थाना क्षेत्र के श्रीमतपुर गांव का रहने वाला था. उसका नाम रामसनी कुमार (22) था. शनिवार को ही उसकी दुर्घटना में मौत हो गई. ग्रामीणों ने चंदा एकत्र कर शव को प्राइवेट एंबुलेंस से बुधवार की रात महागमा लाया.
ड्यूटी से घर लौटते समय हुई दुर्घटना
रामसनी के पिता गरभू हरिजन ने यह जानकारी दी. बताया कि उसका पुत्र रामसनी कुछ वर्षों से चंडीगढ़ के प्राइवेट कैफे में काम करता था. शुक्रवार को चंडीगढ़ के सुहाना सेक्टर-12 से ड्यूटी समाप्त कर साइकिल से अपने डेरा लौट रहा था. इसी क्रम में अज्ञात वाहन की ठोकर से गंभीर रूप से घायल हो गया.
शव लाने के लिए ग्रामीणों ने जुटाया चंदा
स्थानीय लोगों ने उसे पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया. गंभीर हालत को देखते हुए उसे चंडीगढ़ के सरकारी अस्पताल ले जाया गया. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. पिता ने बताया कि रविवार को पुत्र की मौत की सूचना मिलने पर ग्रामीणों के सहयोग से चंदा जुटाकर रामसनी के शव को महागमा लाया गया. परिवार का इकलौता कमाने वाले सदस्य रामसनी की मौत ने पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया है.