स्थानीय व्याहुत धर्मशाला परिसर में गुरुवार को पांच कुंडीय गायत्री यज्ञ का आयोजन गायत्री परिवार के तत्वावधान में किया गया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु और गायत्री परिवार के सदस्य उपस्थित रहे. यज्ञ का उद्देश्य समाज में शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक चेतना का विस्तार करना था. वैदिक विधि-विधान से सम्पन्न इस यज्ञ में गायत्री मंत्रों के उच्चारण के साथ यज्ञ कुंडों में आहुतियां अर्पित की गयीं. कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने बताया कि गायत्री यज्ञ एक प्राचीन वैदिक अनुष्ठान है, जो न केवल पर्यावरण को शुद्ध करता है, बल्कि मानव जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, मानसिक शांति और आत्मिक बल का संचार करता है. यज्ञ के माध्यम से समाज में सद्भाव, धर्म और संयम की भावना जाग्रत होती है. यज्ञ समापन के उपरांत सभी श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया और उपस्थित लोगों ने सामूहिक भोजन में भाग लिया. कार्यक्रम पूर्णतः शांतिपूर्ण और श्रद्धामय वातावरण में संपन्न हुआ. इस अवसर पर श्यामलाल पंडित, बिनोद भगत, अनंतराम भगत, तुनुलाल महतो, अनिरुद्ध यादव, जितेंद्र भगत, बासुदेव पंडित सहित कई गणमान्य श्रद्धालु उपस्थित थे.
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