रोजगार को लेकर महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा का जिले में बुरा हाल है. प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा के तहत किये गये काम का लगातार कई वित्तीय वर्ष के दौरान अब तक भुगतान नहीं हो सका है. वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24, 2024-25 का भुगतान पिछले सात माह से नहीं हो पा रहा है. इस वजह से मजदूर अन्यत्र मजदूरी के लिए पलायन कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार जिले के सभी प्रखंडों में सामग्री मद में 35 करोड़ से अधिक राशि का भुगतान लंबित है. पोड़ैयाहाट में तीन वित्तीय वर्ष में 2.75 करोड़ की राशि बकाया है. हालांकि कुछ पंचायतों में भुगतान हुआ है. बताया जाता है कि मनरेगा एक्ट के तहत 15 दिनों के अंदर मजदूरों का भुगतान एवं सामग्री खरीद के भुगतान का प्रावधान है. मजदूरों का भुगतान एक-दो माह के अंदर हो जाता है, सामग्री खरीद का भुगतान कई माह से नहीं हो रहा है.
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