पिछले गुरुवार की रात और शुक्रवार शाम को पोड़ैयाहाट प्रखंड में तेज बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया. खेतों में पानी लबालब भर गया, जिससे धान की रोपनी कर चुके कई किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया. वहीं, कुछ किसानों को इस बारिश से आंशिक लाभ भी हुआ, लेकिन अधिकांश किसानों ने नुकसान की ही बात कही है. प्रखंड क्षेत्र के लीलादह पंचायत के कानीपतार गांव में गणेश ठाकुर का मिट्टी का बना घर बारिश के कारण पूरी तरह ढह गया. हालांकि समय रहते सभी लोग बाहर निकल आये, जिससे किसी प्रकार की जान-माल की क्षति नहीं हुई. पीड़ित किसान ने बताया कि उन्होंने कई बार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन दिया, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. बारिश के चलते गुरुवार रात भर बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित रही, जो शुक्रवार दोपहर में जाकर बहाल हो पायी. प्रखंड के सकरी फुलवार पंचायत अंतर्गत महुआटांड़ गांव की 500 आबादी वाले क्षेत्र में इस बार किसान मकई की खेती नहीं कर पाये. लगातार बारिश और समय की मार के कारण बाड़ी क्षेत्र परती पड़ा रह गया. किसानों ने धान की रोपनी तो की, लेकिन पानी अधिक भरने के कारण खेतों में लगाया गया बिचड़ा गल गया. इससे किसानों की उम्मीदों को गहरा झटका लगा है और आगामी फसल की स्थिति को लेकर वे चिंतित हैं. ग्रामीणों और किसानों ने प्रशासन से मुआवजा एवं उचित सहायता की मांग की है.
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