20हैज112में- हफीजुल सरदार का स्वागत करते स्थानीय लोग बरही. कोलकाता से पैदल मक्का मदीना हज़ के लिए जा रहे हफीजुल सरदार 24वें दिन 19 मई की देर शाम बरही के रसोईया धमना पहुंचे. जहां मुस्लिम उलेमाओं ने उनका स्वागत किया. हफीजुल सरदार ने बताया कि वे आपदा मित्र है, एनडीआरएफ से जुड़े है व सुन्दर वन मे कार्यरत है. बताया कि अंतर्राष्ट्रीय स्थल मार्ग से पाकिस्तान, ईरान होते हुए मक्का पहुंचना है. मक्का पहुंच कर हज़ करना है. रास्ते में जगह-जगह पेड़ लगाते चल रहे हैं. बताया कि अब तक आठ हज़ार पेड़ लगा चुके है. मंगलवार की सुबह उन्होंने आगे के लिए प्रस्थान किया. मौके पर तौकीर रजा, जामा मस्जिद इमाम मौलाना मो इनामुल हक, मौलाना अल्हाज, मो इस्लाम, मिस्बाही सेक्रेट्री मो गनी, मो खलील, डॉ मो निजामुद्दीन अंसारी, गुलाम सरवर, मो तस्लीम, मो बरकत, मो शाद्दाम गुलाम कादिर, अब्दुल वाहिद, मो अताउल्लाह, मो रहिस, मो तस्लीम, मो नाजिर, मो तौसीफ गुलाम मुस्तफा, मो असफाक, मो सरफराज, केश्वर साव, नितेश कुमार, मो कलीम, मो गफार, मो कुदुस, मो इम्तियाज, मो नईम, मो उद्दीन, दिल मोहम्मद मियां, मो रफीक, मो सखावत, मो मुबारक, मो अयूब, मो तनवीर, महिउद्दीन, हैदर अली, मो सौकत, मो वकील, मो आफताब शामिल थे.
संबंधित खबर
और खबरें