पीएचडी परिनियम को मंजूरी देने की प्रक्रिया प्रारंभ
विनोबा भावे विश्वविद्यालय, कुलपति की अध्यक्षता में मैराथन बैठक
By SUNIL PRASAD | July 21, 2025 10:12 PM
हजारीबाग.
विनोबा भावे विश्वविद्यालय में लंबे समय से लंबित पीएचडी परिनियम को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. कुलपति प्रो चंद्र भूषण शर्मा की अध्यक्षता में शनिवार व सोमवार को सभी विभागाध्यक्षों के साथ दो दिवसीय बैठक आयोजित की गयी. बैठक में यूजीसी द्वारा जारी पीएचडी परिनियम 2022 के आधार पर विश्वविद्यालय के लिए नये पीएचडी नियम 2022 को मंजूरी मिल गयी. अब इसे विश्वविद्यालय की विद्वत परिषद में प्रस्तुत किया जायेगा. पिछले 16 वर्षों से विवि के पास कोई प्रभावी पीएचडी परिनियम नहीं था. दो दिवसीय मैराथन बैठक के बाद नये नियमों पर सहमति बन गयी है. मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं.
– पूर्व के एक वर्ष की जगह अब प्रत्येक छह माह में प्रगति प्रतिवेदन समर्पित करना होगा.
– नेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी कोर्स वर्क में नामांकन के दो माह बाद प्री-रजिस्ट्रेशन सेमिनार में भाग ले सकेंगे.
– पीएचडी डिग्री प्रदान करने की प्रक्रिया पारदर्शी होगी.
वोकेशनल विभागों में शोध कार्य शुरू नहीं होगा
चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है