रामनवमी पर भी अंधेरे में पदमा सीएचसी, मोबाइल टॉर्च की रोशनी में इलाज करते दिखे डॉक्टर, ड्यूटी से कई थे नदारद
Ram Navami 2025: झारखंड के हजारीबाग जिले के पदमा सीएचसी में रामनवमी के मौके पर भी अंधेरा पसरा रहा. मोबाइल टॉर्च की रोशनी में डॉक्टर इलाज करते नजर आए. इतना ही नहीं, उपायुक्त के आदेश के बावजूद प्रतिनियुक्त किए गए डॉक्टर्स रामनवमी ड्यूटी से नदारद दिखे. लाखों रुपए फंड के बाद भी यहां अव्यवस्था कायम है. डॉ दीपक कुमार ने बताया कि लाइट नहीं रहने से काफी परेशानी हो रही है. इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गयी है.
By Guru Swarup Mishra | April 6, 2025 10:08 PM
Ram Navami 2025: पदमा (हजारीबाग), जयनारायण-हजारीबाग जिले के पदमा सीएचसी की व्यवस्था दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है. अस्पताल में एक माह पहले लगा इन्वर्टर और पहले से मौजूद जेनरेटर के रहते रामनवमी जैसे त्योहार में भी रात में अंधेरा छाया रहा. बिजली के अभाव में रामनवमी में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर टॉर्च की रोशनी में इलाज करते रहे.
लाखों रुपए का फंड फिर भी अव्यवस्था
रामनवमी पर भी पदमा सीएचसी में अंधेरा पसरा रहा. जानकारी मिली कि नया इन्वर्टर दस मिनट में ही डिस्चार्ज हो जाता है और लाखों रुपए फंड मिलने के बावजूद वर्षों से खराब जेनरेटर अब भी खराब पड़ा हुआ है. ऐसे में यहां उपस्थित सभी स्वास्थ्य कर्मी अंधेरे में रहने को विवश हैं. रामनवमी में रात नौ बजे तक पूरे सीएचसी परिसर में अंधेरा छाया हुआ था. स्वास्थ्य कर्मी अपने-अपने मोबाइल का टॉर्च जलाकर ड्यूटी कर रहे थे. इस दौरान उपस्थित डॉ दीपक कुमार ने बताया कि लाइट नहीं रहने से काफी परेशानी हो रही है. इसकी जानकारी प्रभारी समेत उच्च अधिकारियों को दे दी गयी है.
रामनवमी ड्यूटी से गायब रहे डॉक्टर
रामनवमी में प्रतिनियुक्त किए गए चार डॉक्टरों में प्रभारी समेत तीन डॉक्टर अस्पताल में नहीं पहुंचे. सीएचसी प्रभारी ने रामनवमी को लेकर प्रखंड के चार उपस्वास्थ्य केंद्रों में चार डॉक्टरों को प्रतिनियुक्त किया था. प्रभारी डॉ धीरज कुमार खुद प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी करने नहीं पहुंचे. इसके अलावा डॉ मेरी लकड़ा और डॉ विनीत कुमार भी रामनवमी जैसे त्योहार में ड्यूटी करने नहीं पहुंचे. सिर्फ पदमा सीएचसी में प्रतिनियुक्त किए गए डॉक्टर दीपक ड्यूटी पर पहुंचे, जबकि उपायुक्त ने रामनवमी में सभी डॉक्टरों को अपने-अपने प्रतिनियुक्त केन्द्र पर ड्यूटी में हर हाल में उपस्थित रहने का आदेश दिया था.