हजारीबाग. शहर के मालवीय मार्ग स्थित राणी सती मंदिर में शनिवार को 27वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मना. इस अवसर पर एक दिवसीय दादी उत्सव का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत सुबह छह बजे राणी सती दादी की विशेष पूजा से हुई. इसके बाद मंगला आरती की गयी. दोपहर दो बजे से मंदिर प्रांगण में मंगल पाठ का आयोजन हुआ, जिसमें कई महिलाएं पारंपरिक राजस्थानी परिधान में सज-धजकर दादी का मंगल पाठ किया. इस दौरान इत्र उत्सव, जन्मोत्सव बधाई, हल्दी महोत्सव, सिंदूर उत्सव, मेहंदी उत्सव, गजरा उत्सव, चुनरी उत्सव तथा दादी पाठशाला जैसे अनेक उत्सवों का आयोजन किया गया. महिलाएं राणी सती दादी के जन्म से लेकर विदाई तक की सभी विधियां श्रद्धाभाव और उत्साह से निभायीं. कार्यक्रम में धनबाद की भजन गायिका मीनू चौधरी ने दादी के जन्म से विदाई तक की संपूर्ण कथा को अपने मधुर भजनों के माध्यम से प्रस्तुत किया. दादी हमें तेरी जरूरत है, मेरी दादी आएगी, सब काम हो जायेगा जैसे भजनों से भक्तों को झूमाया. कार्यक्रम को सफल बनाने में महिलाओं के साथ मंदिर कमेटी ने अहम भूमिका निभायी.
संबंधित खबर
और खबरें