इंटरटेनमेंट डेस्क
मशहूर पार्श्व गायिका अलका याज्ञनिक का आज जन्मदिन है. हिंदी सिनेमा में लगातार दो दशकों तक राज करने वाली अलका की गानें आज भी लोगों के दिलों पर बसती हैं. अलका याज्ञनिक का जन्म कोलकाता में हुआ. गुजराती परिवार से ताल्लुक रखने वाले अलका के घर का माहौल संगीतमय था. मां शुभा याज्ञनिक शास्त्रीय गायिका थी.
अलका बहुत ही छोटे उम्र 6 साल से ही आल इंडिया रेडियो के लिए गाना शुरू कर दी थीं.10 साल की उम्र में उनकी मां ने उन्हें मुंबई ले आया. बतौर सिंगर का सपना पाले अलका मुंबई में अपनी करियर की शुरूआत में चाइल्ड सिंगर के रूप में कुछ दिनों के लिए काम किया. उनके आवाज से प्रख्यात फिल्मकार व अभिनेता राजकपूर इतने प्रभावित हुए कि उन्हें लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के पास ऑडिशन के लिए भेजा.
अलका के म्यूजिकल करियर की शुरुआत 1979 में "पायल की झंकार" से हुई. हालांकि पहली बार उनके आवाज को लवारिस फिल्म के एक गाने के लिए सराहा गया. अलका, धीरे -धीरे पार्शव गायन के क्षेत्र में अपना जगह बना रही थीं. इस दौरान उनका तेजाब फिल्म का गाना " एक-दो-तीन" गाना काफी हिट हुई. इस गाने के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला.
अलका ने ज्यादातर गाने उदित नारायण और कुमार सानू के साथ गाये हैं. वो भारत के पांचवे सबसे ज्यादा गाना गाने वाले प्लैबेक सिंगर हैं. उन्होंने 1,114 फिल्मों के लिए 2,482 गाने गाये हैं. अलका याज्ञनिक के गाये गाने बॉलीवुड के इतिहास के कई प्रसिद्ध गाने है. इन गानों में "गजब का है दिन", "एक दो तीन ";"चुरा के दिल मेरा " जैसे गाने शामिल है.