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तुलसी पत्ता रखने का धार्मिक कारण
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी में दोषों का नाश करने की शक्ति होती है. इसलिए तुलसी का पत्ता नकारात्मक प्रभाव को खत्म करने की क्षमता रखता है. लोग इसलिए तुलसी को अमृत के सामान मानते है. इसलिए ग्रहण के दौरान खाने की चीजों में तुलसी पत्ता रख देने से उसपर ग्रहण की हानिकारक किरणों का प्रभाव नहीं पड़ता है.
जानें किस राशि में लगेगा यह चंद्र ग्रहण
गुरु पूर्णिमा के दिन लगने वाला चंद्रग्रहण भारत के लिए बहुत अधिक प्रभावशाली नहीं होगा. क्योंकि यह एक उपच्छाया चंद्रग्रहण है और यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई भी नहीं देगा. वहीं, यह चंद्र ग्रहण धनु राशि में लगेगा. धनु राशि में गुरु बृहस्पति और राहु मौजूद हैं. अतः ग्रहण के दौरान बृहस्पति पर राहु की दृष्टि धनु राशि को प्रभावित करेगी. धनु राशि के जातकों का मन अशांत रह सकता है. उनके मन में नकारात्मक विचार आ सकते हैं.
जानिए क्या होता है उपछाया चंद्र ग्रहण
05 जुलाई को चंद्रग्रहण लग रहा है. यह उपछाया चंद्र ग्रहण है. इस दिन गुरु पूर्णिमा भी है, जो एक अद्भुत संयोग बन रहा है. जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है अर्थात सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में होते है तो चंद्रग्रहण होता है. लेकिन जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में तो होती है परन्तु तीनों एक सीधी लाइन में नहीं होते हैं तो उपछाया चंद्रग्रहण होता है.
जानें इस चंद्रग्रहण का प्रभाव
05 जुलाई को लगने वाला चंद्रग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. कुछ ज्योतिषशास्त्रियों का मानना है कि इस चंद्र ग्रहण असर भारत में नहीं पड़ेगा. यह चंद्रग्रहण मुख्य रूप से यूरोप, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, पैसिफिक और अंटार्टिका में दिखाई देगा. वहां के लोग इस चंद्र ग्रहण को देख सकेंगें. भारत में इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव कम पड़ेगा
2020 में लगने वाले कुल ग्रहण
- पहला ग्रहणः 10 जनवरी, चंद्र ग्रहण (लग चुका है)
- दूसरा ग्रहणः 5 जून, च्रद्र ग्रहण (लग चुका है)
- तीसरा ग्रहणः 21 जून, सूर्य ग्रहण (लग चुका है)
- चौथा ग्रहणः 5 जुलाई को लगेगा, चंद्र ग्रहण
- पांचवा ग्रहणः 30 नवंबर को लगेगा, चंद्र ग्रहण
- छठा ग्रहणः 14 दिसंबर को लगेगा, सूर्य ग्रहण