कोलकाता की प्राचीन परंपरा ढाकी है. कई लोगों के घर दुर्गा पूजा के दौरान ढाकी बजाकर ही चलता हैं. मां दुर्गा की विदाई के साथ ही ढाकी वाले भी अपने घर को चल दिये. दुर्गापजा के दौरान पूजा पंडालों में ढाकी बजाने को काफी अहम माना जाता है.
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10 साल से ज्यादा के पत्रकारिता अनुभव के साथ मैंने अपने करियर की शुरुआत Sanmarg से की जहां 7 साल तक फील्ड रिपोर्टिंग, डेस्क की जिम्मेदारियां संभालने के साथ-साथ महिलाओं से जुड़े मुद्दों और राजनीति पर लगातार लिखा. इस दौरान मुझे एंकरिंग और वीडियो एडिटिंग का भी अच्छा अनुभव मिला.
बाद में प्रभात खबर से जुड़ने के बाद मेरा फोकस हार्ड न्यूज पर ज्यादा रहा. वहीं लाइफस्टाइल जर्नलिज्म में भी काम करने का मौका मिला और यह मेरे लिये काफी दिलचस्प है. मैं हर खबर के साथ कुछ नया सीखने और खुद को लगातार बेहतर बनाने में यकीन रखती हूं.