लाइव अपडेट
Chandra Grahan Time Live : चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण होगा
आज रात में लगने वाला चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण होगा. भारतीय समयानुसार रात करीब 11 बजकर 31 मिनट पर शुरू होगा, लेकिन आंशिक पूर्ण चंद्रग्रहण देर रात करीब एक बजकर पांच मिनट पर शुरू होगा. यह देर रात करीब 1 बजकर 44 मिनट पर सबसे ज्यादा दिखेगा और दो बजकर 23 मिनट पर खत्म हो जाएगा.
Chandra Grahan Time Live : चंद्र ग्रहण का धार्मिक कारण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, में सूर्य हो या चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान अमृत निकला था, जिसे लेकर देवताओं और असुरों में काफी विवाद हुआ. तब भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण किया और असुरों से अमृत लेकर देवताओं को अमृतपान करवाया. यह बात स्वरभानु नामक असुर को पता चली तो उसने देवताओं का रूप धारण कर देवताओं की ही लाइन में लग गया और अमृत पान कर लिया. यह बात सूर्य देव और चंद्र देव को पता लग गई और मोहिनी रूप रखे भगवान विष्णु को अवगत कराया. भगवान विष्णु सुदर्शन से स्वरभानु नामक असुर का सिर धड़ से अलग कर दिया लेकिन अमृत पान की वजह से वह अमर हो गया. स्वरभानु का कटा शीश राहु कहलाया और सिर विहीन धड़ केतु. कथा बताती है कि ब्रह्माजी ने एक सर्प के शरीर को सिर से जोड़ दिया, जो राहु कहलाया और उसे दूसरे धड़ को सर्प के सिर से जोड़ दिया, जो केतु कहलाया. सूर्य देव और चंद्र देव ने स्वरभानु का भेद भगवान विष्णु को बताने पर बदला लेने के लिए राहु और केतु सूर्य और चंद्रमा को निगल लेते हैं लेकिन किसी का सिर और धड़ ना होने की वजह से कुछ समय बाद मुक्त हो जाते हैं.
Chandra Grahan Time Live : चंद्र ग्रहण पुण्य काल
चंद्रग्रहण से मुक्त होने के बाद स्नान- दान- पुण्य- पूजा उपासना इत्यादि का विशेष महत्व है. इसलिए 29 अक्टूबर, सुबह स्नान के बाद भगवान की पूजा उपासना, दान पुण्य करें. ऐसा करने से चंद्र ग्रहण के अशुभ प्रभाव कम होते हैं.

शरद पूर्णिमा के दिन आज लग रहा चंद्रग्रहण, वास्तु शास्त्री से जानिए आपकी हर शंका का समाधान
Chandra Grahan Time Live : पंचाक्षरी मंत्र का जाप
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं हनुमान चालीसा, विष्णु सहस्त्रनाम, आदित्य हृदय स्त्रोत, विष्णु हस्ताक्षरी मंत्र और पंचाक्षरी मंत्र का जाप करने से विशेष लाभ होता है. कहा जाता है कि ग्रहण काल में इस उपाय को करने से जीवन में कोई समस्या नहीं आती है.
Chandra Grahan Time Live : विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ
शास्त्रों के अनुसार गर्भवती महिलाएं चंद्र ग्रहण के दिन ज्यादा से ज्यादा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. महिलाओं को पूजा-पाठ में मन लगाना चाहिए लेकिन इस दौरान इस बात का खास ख्याल रखें कि महिलाएं मंदिर के अंदर न जाएं.
Chandra Grahan Time Live : शरद पूर्णिमा की रात में खीर रख सकते हैं या नहीं
शरद पूर्णिमा पर खीर बनाने का विशेष महत्व है. शाम चार बजे से सूतक काल शुरू हो जाएगा. चंद्र ग्रहण के सूतक से ग्रहण समापन तक खीर नहीं बनानी चाहिए और न ही चांदनी में रखनी चाहिए. क्योंकि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार आप सूतक काल शुरू होने के पहले खीर बनाने के लिए गाय के दूध में कुशा या तुलसी का पत्ता डाल दें. फिर उसे ढककर रख दें. इससे दूध शुद्ध रहेगा. ग्रहण खत्म होने के बाद इसकी खीर बनाकर भोग लगाएं और फिर चांदनी में भी इसे रख सकते हैं.
Chandra Grahan Time Live: आज शरद पूर्णिमा के चांद पर ग्रहण
आज शरद पर्णिमा के चांद पर ग्रहण लगेगा. इस दौरान घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए, अगर घर के बाहर निकलना पड़े तो सिर को ढक कर बाहर जाए, ऐसा माना जाता है नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव ग्रहण के समय बहुत ज्यादा होता है.
Chandra Grahan Time Live : जानें भारत में कब से शुरू होगा चंद्र ग्रहण
आज रात में लगने वाला चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण होगा. भारतीय समयानुसार रात करीब 11 बजकर 31 मिनट पर शुरू होगा, लेकिन आंशिक पूर्ण चंद्रग्रहण देर रात करीब एक बजकर पांच मिनट पर शुरू होगा. यह देर रात करीब 1 बजकर 44 मिनट पर सबसे ज्यादा दिखेगा और दो बजकर 23 मिनट पर खत्म हो जाएगा.
Chandra Grahan Time Live : आज शाम 4 बजे से लगेगा सूतक काल
आज शाम 4 बजे से सूतक काल लग जाएगा. सूतक काल के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं और पूजा-पाठ भी नहीं किया जाता है.
Chandra Grahan Time Live: कब से शुरू होगा सूतक काल
आज रात में चंद्र ग्रहण लगेगा. सूर्य ग्रहण में चार पहर पहले यानी 12 घंटें पहले तथा चंद्र ग्रहण में 3 पहर यानी 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है. सूतक के दौरान अन्न का त्याग कर देना चाहिए. शाम चार बजे से सूतक काल शुरू हो जाएगा, जिसमें कई शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं. इस अवधि में मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं. सूतक काल में भगवान की पूजा या उनकी प्रतिमाओं को स्पर्श नहीं करना चाहिए. मान्यता है कि इस दौरान धरती पर नकारात्मक शक्ति प्रभावी हो जाती है.
Chandra Grahan Time Live: आज इन जगहों पर दिखेगा चंद्र ग्रहण
आज रात में चंद्र ग्रहण लगेगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा. भारत के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, सूरत, जयपुर, कानपुर, लखनऊ, नागपुर, कोयंबटूर, नासिक, रायपुर, भोपाल, जोधपुर, प्रयागराज, देहरादून और पटना जैसे शहरों में यह ग्रहण स्पष्ट रूप से दिखाई देगा.
Chandra Grahan Time Live : आज इस समय लगेगा चंद्र ग्रहण
आज देर रात 01 बजकर 05 मिनट पर साल का अंतिम चंद्र ग्रहण शुरू होगा और 02 बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा. आज लगने वाला ग्रहण आंशिक चंद्र ग्रहण होगा, इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा.
Chandra Grahan Live: भारत समेत इन देशों में दिखाई देखा चंद्र ग्रहण
आज रात में चंद्र ग्रहण लगेगा. यह ग्रहण भारत में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देगा. इसके अलावा यह ग्रहण को नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भूटान, इंडोनेशिया, फ्रांस, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, हिंद महासागर, प्रशांत महासागर में भी दिखाई देगा.
Chandra Grahan Live: चंद्र ग्रहण का समय
चंद्रग्रहण का सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पूर्व से शुरु हो जाता है. भारतीय समय अनुसार, चंद्रग्रहण का सूतक शाम में 4 बजकर 5 मिनट पर आरंभ हो जाएगा. इस ग्रहण में चंद्रबिम्ब दक्षिण की तरफ से ग्रस्त होगा. चंद्र ग्रहण आज देर रात 1 बजकर 5 मिनट से लेकर 2 बजकर 24 मिनट तक रहेगा. यह ग्रहण 1 घंटा 18 मिनट का रहेगा.
]Chandra Grahan Live: कब से लगेगा चंद्र ग्रहण और सूतक काल
साल 2023 का अंतिम चंद्र ग्रहण आज 28 अक्टूबर 2023 की रात 01 बजकर 06 मिनट से शुरू होगा और सुबह 02 बजकर 22 मिनट पर खत्म हो जाएगा. भारत में ग्रहण की कुल अवधि 01 घंटा 16 मिनट की होगी. यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा और इसका सूतक काल भी यहां मान्य होगा. सूतक काल 9 घंटे पहले लग जाएगा. भारत में 4 बजे के बाद सूतक काल शुरू हो जाएगा. ग्रहण से पहले लगने वाले सूतक काल में पूजा-पाठ करने की मानाही होती है.
Chandra Grahan Live: चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं जरूर पढ़ें हनुमान चालीसा
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं हनुमान चालीसा, विष्णु सहस्त्रनाम, आदित्य हृदय स्त्रोत, विष्णु हस्ताक्षरी मंत्र और पंचाक्षरी मंत्र का जाप करने से विशेष लाभ होता है. कहा जाता है कि ग्रहण काल में इस उपाय को करने से जीवन में कोई समस्या नहीं आती है.
Chandra Grahan Live: ग्रहण काल में महिलाओं को पूजा-पाठ में मन लगाना चाहिए
शास्त्रों के अनुसार गर्भवती महिलाएं चंद्र ग्रहण के दिन ज्यादा से ज्यादा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. महिलाओं को पूजा-पाठ में मन लगाना चाहिए लेकिन इस दौरान इस बात का खास ख्याल रखें कि महिलाएं मंदिर के अंदर न जाएं.
Chandra Grahan Live: चंद्र ग्रहण का प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गर्भवती महिलाएं घर में ऐसी जगह पर रहें, जहां पर ग्रहण की किरणें अपना प्रभाव न डाल सकें. कहा जाता है कि ग्रहण की किरणें शरीर पर पड़ने से बच्चे के जीवन में कई तरह की समस्या उत्पन्न होने लग जाती है. इसीलिए महिलाओं के शरीर पर ग्रहण की किरणें पड़ने से बचनी चाहिए.
Chandra Grahan 2023 Live: गर्भवती महिलाएं चंद्र ग्रहण को देखने से परहेज करें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गर्भवती महिलाएं चंद्र ग्रहण को देखने से परहेज करें. इस दौरान घर से बाहर निकलने से भी परेहज करना चाहिए. मान्यता के अनुसार ग्रहण काल में चंद्र ग्रहण को देखने से बच्चे के ऊपर भी इसका पूरा प्रभाव पड़ता है.
Chandra Grahan Live: ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं करें ये काम
मान्यता है कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं अपने पास एक नारियल रख लें. इसे लेकर ऐसी मान्यता है कि नारियल रखने से सभी तरह हानिकारक विकरण से बचा जा सकता है. इसके बाद इस नारियल को किसी पवित्र नदी में विसर्जित कर दें.
Chandra Grahan Live: ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं करें इसका पालन
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गर्भवती महिलाएं उठने-बैठने में खास सावधानी बरतें. इतना ही नहीं, ग्रहण के दौरान भोजन से परहेज करें. साथ ही इस बात का खास ख्याल रखें कि गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान सुई, चाकू, कैंची जैसी नोकदार वस्तुओं से दूर रहें. ऐसा माना जाता है कि अगर ग्रहण के दौरान इस तरह की चीजों का इस्तेमाल किया जाए, तो बच्चे पर दुष्प्रभाव पड़ता है.
Chandra Grahan Live: चंद्र ग्रहण का धार्मिक कारण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य हो या चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान अमृत निकला था, जिसे लेकर देवताओं और असुरों में काफी विवाद हुआ. तब भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण किया और असुरों से अमृत लेकर देवताओं को अमृतपान करवाया. यह बात स्वरभानु नामक असुर को पता चली तो उसने देवताओं का रूप धारण कर देवताओं की ही लाइन में लग गया और अमृत पान कर लिया. यह बात सूर्य देव और चंद्र देव को पता लग गई और मोहिनी रूप रखे भगवान विष्णु को अवगत कराया. भगवान विष्णु सुदर्शन से स्वरभानु नामक असुर का सिर धड़ से अलग कर दिया लेकिन अमृत पान की वजह से वह अमर हो गया. स्वरभानु का कटा शीश राहु कहलाया और सिर विहीन धड़ केतु. कथा बताती है कि ब्रह्माजी ने एक सर्प के शरीर को सिर से जोड़ दिया, जो राहु कहलाया और उसे दूसरे धड़ को सर्प के सिर से जोड़ दिया, जो केतु कहलाया. सूर्य देव और चंद्र देव ने स्वरभानु का भेद भगवान विष्णु को बताने पर बदला लेने के लिए राहु और केतु सूर्य और चंद्रमा को निगल लेते हैं लेकिन किसी का सिर और धड़ ना होने की वजह से कुछ समय बाद मुक्त हो जाते हैं.
Chandra Grahan Live: इस दिन इन बातों का रखें खास ध्यान
चाकू का प्रयोग वर्जित : चंद्र ग्रहण लगने के बाद से उसके खत्म होने तक भूलकर भी चाकू से सब्जी या फल ना काटें. इसके बुरे परिणाम देखें जा सकते हैं.
सोना है मना : ग्रहण काल के समय सोना भी बहुत गलत माना जाता है. इससे आपके उपर ग्रहण का प्रभाव पड़ सकता है.
पूजापाठ करने से बचे : चंद्र ग्रहण शुरू होने के बाद पूजापाठ, आराधना, जप-तप, जैसी चीजें नहीं करनी चाहिए. अगर आप ऐसे में पूजा करेंगे तो इसका प्रभाव भी नहीं पड़ेगा.
भोजन ग्रहण ना करें : ग्रहण काल में खाना ना खाएं. भोजन का सेवन करने से ग्रहण का बुरा प्रभाव आपके उपर लग सकता है.