श्रावणी मेला में झारखंड के दुमका जिले के जरमुंडी ब्लॉक में स्थित बाबा बासुकिनाथ को ‘सुप्रीम कोर्ट’ भी कहा जाता है. आखिर क्यों बासुकिनाथ को सुप्रीम कोर्ट कहा जाता है. यहां स्वयं भगवान भोलेनाथ विराजमान हैं. उन्हें फौजदारी बाबा के नाम से भी जाना जाता है. बासुकिनाथ को सुप्रीम कोर्ट या फौजदारी बाबा के नाम से क्यों जाना जाता है. क्या आपको इस बारे में मालूम है? आइए, हम आपको बताते हैं कि समुद्र मंथन से इसका क्या कनेक्शन है, यहां विराजमान बाबा भोले शंकर को बासुकिनाथ क्यों कहा जाता है? श्रावणी मेला पर देखिए, हमारा ये स्पेशल वीडियो.
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झारखंड के बासुकिनाथ को क्यों करते हैं ‘सुप्रीम कोर्ट’, जानें फौजदारी बाबा का इतिहास
श्रावणी मेला में झारखंड के दुमका जिले के जरमुंडी ब्लॉक में स्थित बाबा बासुकिनाथ को ‘सुप्रीम कोर्ट’ भी कहा जाता है. आखिर क्यों बासुकिनाथ को सुप्रीम कोर्ट कहा जाता है. यहां स्वयं भगवान भोलेनाथ विराजमान हैं. उन्हें फौजदारी बाबा के नाम से भी जाना जाता है.
Mithilesh Jha
प्रभात खबर में दो दशक से अधिक का करियर. कलकत्ता विश्वविद्यालय से कॉमर्स ग्रेजुएट. झारखंड और बंगाल में प्रिंट और डिजिटल में काम करने का अनुभव. राजनीतिक, सामाजिक, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय विषयों के अलावा क्लाइमेट चेंज, नवीकरणीय ऊर्जा (RE) और ग्रामीण पत्रकारिता में विशेष रुचि. प्रभात खबर के सेंट्रल डेस्क और रूरल डेस्क के बाद प्रभात खबर डिजिटल में नेशनल, इंटरनेशनल डेस्क पर काम. वर्तमान में झारखंड हेड के पद पर कार्यरत.
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