Free Food in Train: भारतीय रेलवे हर दिन करोड़ों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम करती है. इसके लिए रेलवे की ओर से रोजाना करीब 13,452 ट्रेनों का संचालन करती है. इनमें कुछ लग्जरी और सुपरफास्ट कैटेगरी वाली ट्रेनें शामिल हैं. लेकिन, इन हजारों ट्रेनों में केवल एक ही ऐसी ट्रेन है, जो यात्रियों को बिल्कुल मुफ्त में नाश्ता, दोपहर और रात का खाना परोसती है. भारत के 90% लोगों को इसकी जानकारी नहीं है कि भारतीय रेलवे के किस ट्रेन में मुफ्त में नाश्ता, दोपहर और रात का खाना मिलता है? आइए, हम आपको बता देते हैं. इस ट्रेन का नाम सचखंड एक्सप्रेस है.
श्रद्धालुओं के लिए विशेष ट्रेन है सचखंड एक्सप्रेस
सचखंड एक्सप्रेस (12715) ट्रेन पंजाब के अमृतसर से चलकर महाराष्ट्र के नांदेड़ तक जाती है. यह ट्रेन दो प्रमुख सिख धार्मिक स्थल अमृतसर के श्री हरमंदिर साहिब और नांदेड़ के श्री हजूर साहिब को जोड़ती है. सिख धर्म के 10वें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी का नांदेड़ में 1708 में निधन हुआ था, जिससे यह स्थान धार्मिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है.
2000 किलोमीटर का सफर, 6 लंगर स्टॉप
सचखंड एक्सप्रेस करीब 2,000 किलोमीटर की दूरी तय करती है और इसमें 39 स्टेशन पर ठहराव होता है. यह यात्रा लगभग 33 घंटे में पूरी होती है. इस दौरान भोपाल, नई दिल्ली, परभनी, जालना, औरंगाबाद और मराठवाड़ा जैसे स्टेशनों पर यात्रियों को मुफ्त लंगर मिलता है.
खास मेन्यू, सादा लेकिन पौष्टिक खाना
खाने का मेन्यू यात्रा के दौरान बदलता रहता है, लेकिन आमतौर पर इसमें कढ़ी-चावल, छोले, दाल, खिचड़ी, आलू-गोभी जैसी सब्जियां परोसी जाती हैं. भोजन शुद्ध, सात्विक और सिख लंगर परंपरा के अनुसार होता है. इसका पूरा खर्चा गुरुद्वारों को मिलने वाले दान से वहन किया जाता है.
हर श्रेणी के यात्री को सुविधा
इस ट्रेन में जनरल से लेकर एसी बोगी तक के यात्री मुफ्त भोजन का लाभ उठा सकते हैं. अधिकतर यात्री लंगर का आनंद उठाने के लिए अपने बर्तन साथ लेकर चलते हैं, क्योंकि खाने की सुविधा प्लेट या टिफिन में दी जाती है.
इसे भी पढ़ें: SIP: एसआईपी के 25x12x15 फॉर्मूले से आप भी बन सकते हैं करोड़पति, ऐसे समझिए इसका जादू
यात्रा का आध्यात्मिक अनुभव
सचखंड एक्सप्रेस न सिर्फ एक यात्रा का माध्यम है, बल्कि यह एक धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव भी प्रदान करती है. यह ट्रेन हर दिन हजारों श्रद्धालुओं को दोनों गुरुद्वारों के दर्शन कराती है और उन्हें मुफ्त सेवा की भावना से जोड़े रखती है.
इसे भी पढ़ें: दाम बढ़े तो बढ़े मगर सोना न घटे, विदेश से आया 4.47 अरब डॉलर का गोल्ड
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.