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JIO 5G से गांवों का भी होगा कायाकल्प, लंपी जैसी बीमारियां होंगी बेअसर

Jio 5G Solutions: मुकेश अंबानी ने 5जी टेक्नोलॉजी को कामधेनु करार दिया है, ऐसी टेक्नोलॉजी जो शहरों के साथ गांवों के लिए भी वरदान साबित होगी. 'जियो गऊ समृद्धि' के नाम से रिलायंस जियो ऐसा ही एक 5जी कनेक्टेड डिवाइस डेवलप किया है.

  • जियो-कृषि रियल टाइम में किसानों को देगा महत्वपूर्ण जानकारियां

  • 5जी ड्रोन करेंगे दवा का छिड़काव

उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो ने कुछ ऐसे 5जी सॉल्युशन्स डेवलप किये हैं, जो ग्रामीण भारत की कायापलट करने की ताकत रखते हैं. ये 5जी सॉल्युशन्स गांवों में खेती-बाड़ी से लेकर पशुपालन तक सभी के तौर तरीकों को बदल कर रख देंगे. मुकेश अंबानी ने 5जी टेक्नोलॉजी को कामधेनु करार दिया है, ऐसी टेक्नोलॉजी जो शहरों के साथ गांवों के लिए भी वरदान साबित होगी.

हाल ही में लंपी बीमारी ने हजारों पशुओं को लील लिया और एक ऐसे प्रोडक्ट की जरूरत महसूस होने लगी, जो समय रहते पशुओं की बीमारी की जानकारी दे दे. ‘जियो गऊ समृद्धि’ के नाम से रिलायंस जियो ऐसा ही एक 5जी कनेक्टेड डिवाइस डेवलप किया है. 5 साल तक काम करने वाले और 4 इंच के इस डिवाइस को पशुओं के गले में घंटी की तरह बांध देना है और बाकी काम ‘जियो गऊ समृद्धि’ करेगा. देश में करीब 30 करोड़ दुधारू पशु हैं, ऐसे में सिर्फ 5जी की स्पीड और लो लेटेंसी के जरिये ही इतने सारे पशुओं पर एक साथ नजर रखी जा सकती है.

पशु ने कब खाना खाया, कब पानी पिया, कितनी देर जुगाली की यह सब जानकारी मोशन डिटेक्ट करने वाला यह डिवाइस पशुपालक को देता रहेगा. वैसे तो हर पशुपालक जानता ही है कि पशु बीमार पड़ने से पूर्व जुगाली कम कर देता है या बंद कर देता है. पुश के जुगाली कम या बंद करते ही यह पशुपालक को अलर्ट जारी कर देगा. डिवाइस पशु के गर्भाधारण का सही वक्त भी बताएगा. यह ऐप और डिवाइस 4G नेटवर्क को भी सपोर्ट करती है. जियो के ‘कैटल ट्रैकर’ की कीमत 4 हजार रुपये है, लेकिन अभी इसे सिर्फ 2500 रुपये में बेचा जा रहा है. डिलिवरी भी लिमिटेड है.

खेती बाड़ी और मिट्टी की सेहत का ख्याल रखने का काम भी अब जियो-कृषि 5जी डिवाइस से किया जा सकेगा. कितनी बारिश हुई है, मिट्टी और वातावरण में कितनी नमी है, अत्याधिक गर्मी और पाले की सूचना यह डिवाइस रियल टाइम में किसानों तक पहुंचाएगा. यहां तक कि किस खास मौसम की परिस्थिती में कौन सा कीड़ा फसल पर हमला कर सकता है, यह अलर्ट भी किसानों को जियो-कृषि डिवाइस देगा.

जियो ने ऐसे ड्रोन सॉल्युशन बनाये हैं, जो 5जी कनेक्टेड हैं. यह ड्रोन जियो-कृषि डिवाइस से डेटा कलेक्ट करके, फसल पर कीड़ा लगने की आशंका से पहले ही दवा का छिड़काव कर देगा. और तमाम सावधानियों के बावजूद भी अगर फसल में कीड़ा लग जाता है तो यह ड्रोन इतने इंटेलिजेंट हैं कि केवल उसी जगह पर छिड़काव करेंगे जहां फसल में कीड़े लगे होंगे. मिट्टी अच्छी होगी तो फसल भी लहलहायेगी और गांव समृद्ध बनेंगे.

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Prabhat Khabar News Desk
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