Bihar IAS Posting in Hindi: बिहार में प्रशासनिक सेवा को नई मजबूती मिली है. 2024 बैच के 11 नए आईएएस अधिकारियों को पहली बार जिलों में तैनाती दी गई है. राज्य सरकार ने सभी को सहायक समाहर्ता-सहायक दंडाधिकारी (असिस्टेंट कलेक्टर-असिस्टेंट मजिस्ट्रेट) के पद पर जिला प्रशिक्षण के लिए भेजा है. प्रिया रानी को मोतिहारी, विग्नेश टीए को पटना, कृष्ण जोशी को बिहार शरीफ, सूरज कुमार को गया और प्रेम कुमार को मुजफ्फरपुर में तैनात किया गया है. बाकी अफसरों को भी अलग-अलग जिलों में जिम्मेदारी सौंपी गई है. (UPSC Success Stories in Hindi)
Bihar IAS Posting: बिहार के जिलों में युवा महिला IAS अफसरों की तैनाती
बिहार की प्रिया रानी और कृष्णा जोशी ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में शानदार रैंक हासिल कर एक नई मिसाल कायम की है. दोनों युवतियों की पहली पोस्टिंग बिहार के प्रमुख जिलों में हुई है. प्रिया रानी को मोतिहारी और कृष्णा जोशी को बिहार शरीफ में सहायक समाहर्ता के पद पर नियुक्त किया गया है. इन दोनों की सफलता कठिन मेहनत, अनुशासन और परिवार के समर्थन का परिणाम है.
प्रिया रानी की UPSC सफलता की कहानी
बिहार की प्रिया रानी ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में दो बार सफलता प्राप्त कर एक मिसाल पेश की है. प्रिया रानी ने 2024 में यूपीएससी की परीक्षा क्रैक की थी जिसमें उन्हें ऑल इंडिया रैंक 69 प्राप्त हुआ था. उन्होंने अपने पिता से किया वादा निभाते हुए IAS बनने का सपना पूरा किया और अब उनकी पहली पोस्टिंग मोतिहारी जिले में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में हुई है. प्रिया ने पहले प्रयास में सफलता नहीं पाई, लेकिन हार मानने की बजाय दूसरे प्रयास में उन्हें इंडियन डिफेंस सर्विस में चयन मिला. इसके बाद, चौथे प्रयास में उन्होंने IAS की परीक्षा पास की. उनका कहना है कि मेहनत, अनुशासन और परिवार के समर्थन से ही यह सफलता संभव हो पाई. (Priya Rani UPSC Rank in Hindi)
प्रिया रानी की सफलता आज के युवाओं के लिए प्रेरणा है. उनकी मेहनत और समर्पण से यह साबित होता है कि अगर सही दिशा में मेहनत की जाए, तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं होता. उनका यह संघर्ष और सफलता युवाओं के लिए एक उज्जवल उदाहरण है.
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22 की उम्र में बनीं IAS, अब नालंदा में करेंगी सेवा
राजस्थान के जोधपुर की रहने वाली कृष्णा जोशी ने सिर्फ 22 साल की उम्र में UPSC परीक्षा पास कर सबको चौंका दिया. अब उनकी पहली पोस्टिंग बिहार के नालंदा जिले में असिस्टेंट कलेक्टर-असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के रूप में हुई है. कृष्णा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से इंग्लिश लिटरेचर में ग्रेजुएशन किया. सिविल सेवा परीक्षा के लिए उन्होंने पॉलिटिकल साइंस को वैकल्पिक विषय चुना.
उनका मानना है कि महिला सशक्तिकरण समाज के विकास के लिए जरूरी है. वे चाहती हैं कि परीक्षा प्रणाली में तकनीक का इस्तेमाल बढ़े, जिससे पारदर्शिता आए. उनकी मेहनत और सोच आज के युवाओं के लिए मिसाल है. (Krishna Joshi IAS)
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