PayTM CEO Education: पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने भारत में डिजिटल पेमेंट की दुनिया को नया रूप देने में अहम भूमिका निभाई है. 2010 में एक छोटे से स्टार्टअप के रूप में शुरू हुआ पेटीएम आज भारत की अग्रणी डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनियों में से एक बन चुका है. शर्मा की दूरदृष्टि और कड़ी मेहनत ने इस कंपनी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. जब पेटीएम की शुरुआत हुई थी, तब बहुत कम लोग ऑनलाइन भुगतान को लेकर जागरूक थे. लेकिन विजय शेखर शर्मा के नेतृत्व में पेटीएम ने डिजिटल लेनदेन को इतना सरल और सुरक्षित बना दिया कि आज यह देशभर में करोड़ों लोगों और व्यापारियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है. खासकर पेटीएम द्वारा लाए गए QR कोड ने भारत में भुगतान की प्रक्रिया को पूरी तरह बदल दिया. अब छोटे दुकानदार से लेकर बड़े व्यवसाय तक, सभी पेटीएम के माध्यम से आसानी से पैसे का लेन-देन कर सकते हैं. ऐसे में आज इस लेख में हम आपको बताएंगे कितने पढ़े लिखे हैं Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा.
19 साल में मिली थी B.tech की डिग्री
विजय बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल थे और उनका नाम अक्सर अपने क्लास में टॉपर्स की सूची में होता था. विजय को बचपन से ही टेक्नोलॉजी में बहुत दिलचस्पी थी और वे हमेशा तकनीकी चीजों को सीखते रहते थे. पढ़ाई में अव्वल होने के कारण उन्होंने महज 19 साल की उम्र में दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग जो अब दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के नाम से जाना जाता है, वहां से बीटेक की डिग्री हासिल की थी.
Also Read: Lalu Yadav Education: वकालत से लेकर सियासत तक, जानें कितने पढ़े लिखे हैं लालू यादव
विजय शेखर शर्मा का करियर
शर्मा ने 1997 में अपने व्यवसाय की शुरुआत की, जब वे कॉलेज में थे। उन्होंने indiasite.net नाम की एक वेबसाइट बनाई. दो साल बाद, उन्होंने इस वेबसाइट को 10 लाख अमेरिकी डॉलर में बेच दिया. साल 2000 में, उन्होंने One97 Communications नाम की कंपनी शुरू की. यह कंपनी मोबाइल पर समाचार, क्रिकेट स्कोर, रिंगटोन, चुटकुले और परीक्षा परिणाम जैसी जानकारियां देती थी. 2010 में, शर्मा ने इसी कंपनी के तहत Paytm शुरू किया. Paytm एक ऐसी कंपनी है जो ऑनलाइन पैसे भेजने और वित्तीय सेवाएँ देने का काम करती है. पेटीएम की सफलता ने शर्मा को वित्तीय तकनीक (फिनटेक) के क्षेत्र में एक बड़ा नाम बना दिया.