Power Department Highest Post: बिजली हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुकी है — चाहे बात घरों की हो, अस्पतालों की, स्कूलों की या फैक्ट्रियों की. पर क्या आपने कभी सोचा है कि इस व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने वाले बिजली विभाग में सबसे बड़ा अधिकारी कौन होता है? कौन वो लोग होते हैं जो सुनिश्चित करते हैं कि पूरे राज्य या शहर में बिजली समय पर पहुंचे और कोई तकनीकी बाधा न आए? बिजली विभाग (Electricity Department) न केवल एक तकनीकी संस्थान है, बल्कि यह एक प्रशासनिक और नीति-निर्माण से जुड़ा ढांचा भी है. यहां विभिन्न स्तरों पर अधिकारी कार्यरत होते हैं — कुछ तकनीकी विशेषज्ञ होते हैं, तो कुछ प्रशासनिक रणनीति बनाने वाले.
इस विभाग में ऐसे कई पद होते हैं जो महत्वपूर्ण हैं, लेकिन प्रबंध निदेशक (Managing Director), अध्यक्ष (Chairman), मुख्य अभियंता (Chief Engineer) और विद्युत सचिव (Electricity Secretary) जैसे पद शीर्ष पर होते हैं. तो आइए जानते हैं, बिजली विभाग के इन सर्वोच्च पदों की भूमिका, कार्यप्रणाली और मिलने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से.
वेतन और सुविधाएं कैसी होती हैं?
इन सभी पदों पर कार्यरत अधिकारियों को ₹1 लाख से लेकर ₹3 लाख या उससे अधिक मासिक वेतन मिलता है. इसके अलावा सरकारी आवास, वाहन, चिकित्सा भत्ता, यात्रा भत्ता और पेंशन जैसी अनेक सुविधाएं भी दी जाती हैं.
बिजली विभाग की संरचना कैसी होती है?
बिजली विभाग एक व्यापक और तकनीकी रूप से जटिल संगठन होता है, जिसमें कई प्रशासनिक और तकनीकी पद होते हैं. इन पदों की जिम्मेदारियां बिजली उत्पादन, पारेषण, वितरण और नीति निर्माण से जुड़ी होती हैं.
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