23.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Dictators and his Women 1 : हिटलर अपनी सौतेली भांजी के लिए था जुनूनी, ईवा ब्राउन से मौत से एक दिन पहले की शादी

Dictators and his Women : क्या तानाशाह प्रेम करते हैं, यह सवाल इसलिए क्योंकि 20वीं-21वीं सदी में जितने भी तानाशाह हुए उन्होंने जघन्य अपराध किए और हजारों-लाखों लोगों की मौत की वजह बने. हम बात चाहे हिटलर की करें, मुसोलिनी, स्टालिन या गद्दाफी की, सबके जीवन में औरतें थीं. वह भी एक औरत नहीं कई औरतें, तो क्या इन तानाशाहों के दिल में प्रेम पनपनता था या फिर इन्होंने औरतों का सिर्फ इस्तेमाल किया? हिटलर जैसे तानाशाह के जीवन में उसकी मां की बहुत अहम भूमिका थी. वह संभवत: उसके जीवन का अंतिम भावनात्मक रिश्ता था, बाद में जो महिलाएं उसके जीवन में थी उसके साथ उसके संबंध भावनात्मक स्तर तक नहीं जा पाएं. विश्व के तानाशाहों पर आधारित इस स्टोरी में हम इसी बात की पड़ताल करेंगे.

Dictators and his Women : 20वीं सदी का सबसे चर्चित तानाशाह था हिटलर. अपने जीवनकाल में वह करोड़ों लोगों की मौत की वजह बना और 60 लाख यहूदियों की मौत का वह सीधे तौर पर जिम्मेदार था. उसने जर्मनी से लोकतंत्र को समाप्त किया और तानाशाह बना. उसने कई जघन्य अपराध किए,लेकिन सुकून के लिए उसे महिलाओं का साथ चाहिए था. हिटलर जिन महिलाओं के संपर्क में आया उनमें से अधिकांश से उसने बस मतलब की यारी की, उसे कुछ का पल सुकून चाहिए होता था, लेकिन इन लड़कियों ने जिनमें ईवा ब्राउन सबसे प्रमुख थी, उसने हिटलर से सच्चे दिल से प्यार किया और उसके लिए अपनी जान भी दे दी. हिटलर की इस बेरुखी की एक वजह भी थी कि वह यह साबित करना चाहता था कि उसका प्रेम सिर्फ और सिर्फ जर्मनी से है और वह सिर्फ जर्मनी को समर्पित है. हिटलर के जीवन में आने वाली महिलाएं तो कई हैं, लेकिन एक महिला ऐसी थी, जिसने हिटलर का साथ अंतिम पल तक दिया और साइनाइड की गोली खाकर जान दे दी थी.

ईवा ब्राउन से हिटलर ने मरने से पहले की थी शादी

ईवा ब्राउन एक ऐसी महिला थी, जिसने अपना पूरा जीवन हिटलर के प्यार में कुर्बान कर दिया और संभवत: वह एक जुनूनी महिला थी, जिसे हिटलर की पत्नी कहलाने का शौक था. हेइक बी गोर्टेमेकर एक जर्मन इतिहासकार हैं उन्होंने अपनी किताब Eva Braun: Life with Hitler में लिखा है कि ईवा ब्राउन केवल हिटलर की छाया में रहने वाली महिला नहीं थीं,बल्कि उन्होंने नाजी शासन के भीतर एक भूमिका निभाई थी. ईवा ब्राउन का पूरा नाम ईवा अन्ना पाउला ब्राउन था उसका जन्म 1912 में हुआ था और मात्र 33 वर्ष की उम्र में उसने हिटलर के साथ मौत को गले लगा दिया था. ईवा ब्राउन ने 30 अप्रैल 1945 को मौत से एक दिन पहले यानी 29 अप्रैल को हिटलर से शादी की थी. वह लगभग 13 साल तक हिटलर के साथ प्रेमसंबंध में रही, लेकिन उसके साथ अपने रिश्ते को हिटलर ने छुपाकर रखा. सार्वजनिक जीवन में वह बहुत कम दिखाई देती थीं और राजनीति से तो उनका कोई लेना-देना ही नहीं था. ईवा पेशे से शुरुआत में एक फोटोग्राफर की सहायक थी बाद में वह हिटलर की निजी फोटोग्राफर और संगिनी बनी.

ईवा ब्राउन ने हिटलर से जो प्यार चाहा वो उसे नहीं मिला

Hitlers-Women
हिटलर के जीवन की औरतें

हेइक बी गोर्टेमेकर ने अपनी किताब में लिखा है कि -Hitler saw Eva not as a partner, but as a part of his private sphere — someone who brought calm, not challenge.’ इसका अर्थ है कि हिटलर ने ईवा को कभी एक ‘साथी’ के रूप में नहीं देखा, बल्कि केवल अपने निजी जीवन का एक हिस्सा माना जो उसे शांति देती थी, चुनौती नहीं. इससे यह साफ जाहिर है कि ईवा का प्रेम तो गहरा था, पर हिटलर के लिए वह सिर्फ जरूरत थी. वह उसे अपने जीवन से दूर रखता था, जिसकी वजह से उसने दो बार आत्महत्या की कोशिश भी की थी. इसकी वजह उसका अकेलापन और हिटलर की उपेक्षा थी. हिटलर और ईवा में उम्र में 23 साल का अंतर था, लेकिन वह उसे शिद्दत से चाहती थी. 1945 में जब रूस ने जर्मनी पर कब्जा किया, उस वक्त उसने बंकर में उससे शादी की और उसके साथ ही आत्महत्या कर लिया. ईवा ने साइनाइड खाया, जबकि हिटलर ने खुद को गोली मारी थी.

विभिन्न विषयों पर एक्सप्लेनर पढ़ने के लिए क्लिक करें

हिटलर के जीवन की कुछ और औरतें

एचएफ इलिंग की किताब – The Women in Hitler’s Life में बताया गया है कि हिटलर के जीवन में कई महिलाएं थीं, जिनसे उसका संबंध प्रेम का कम अधीनता का ज्यादा था. वह सुकून और शांति के लिए महिलाओं से संबंध बनाता तो था, लेकिन वह संबंध बराबरी का नहीं होता था, वह महिलाओं को अपने अधीन रखना चाहता था. उसके अधिकतर संबंध बहुत ही विवादास्पद रहे, कुछ महिलाओं ने तो आत्महत्या तक ली थी. ऐसा ही एक नाम है गेली राउबल का. गेली हिटलर की सौतेली भांजी थी. उससे हिटलर के विवादित संबंध थे, वह उसे अपनी प्रेमिका की तरह साथ रखता था, लेकिन वह अपने संबंध उजागर नहीं करता था. हिटलर ने उसपर अत्यधिक नियंत्रण और निगरानी कर रखा था, वह उसे किसी से मिलने नहीं देता था और बाहर भी जाने नहीं देता था. 1931 में गेली ने खुद को हिटलर की पिस्तौल से गोली मार ली थी, इससे हिटलर बुरी तरह टूट गया था. इसे लेखक इलिंग हिटलर के जीवन की बड़ी चोट मानते हैं. इसके अलावा मारिया रेइटर र यूनिटी मर्चिफोर्ड का नाम भी हिटलर की पसंदीदा महिलाओं की लिस्ट में शामिल है.

ये भी पढ़ें : Integration of 565 Princely States : कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत को एक करने की राह में बाधा था माउंटबेटन प्लान

Integration of 565 Princely States 2 : हैदराबाद के निजाम के शागिर्द ने पटेल से कहा था सरदार होंगे आप दिल्ली के… ऐसे टूटा घमंड

Integration of 565 Princely States 4: भोपाल के नवाब को चाहिए था पाकिस्तान का साथ, सरदार पटेल को लिखा था ये पत्र

Rajneesh Anand
Rajneesh Anand
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक. प्रिंट एवं डिजिटल मीडिया में 20 वर्षों से अधिक का अनुभव. राजनीति,सामाजिक, खेल और महिला संबंधी विषयों पर गहन लेखन किया है. तथ्यपरक रिपोर्टिंग और विश्लेषणात्मक लेखन में रुचि. IM4Change, झारखंड सरकार तथा सेव द चिल्ड्रन के फेलो के रूप में कार्य किया है. पत्रकारिता के प्रति जुनून है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel