Ganesh Ji Ki Aarti : हर वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जयंती का उत्सव मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि इसी दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था. इस दिन विघ्नहर्ता और प्रथम पूज्य गणेश जी की विधिपूर्वक पूजा करने के साथ-साथ व्रत रखने की परंपरा है. मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से साधकों को सभी दुखों से मुक्ति मिलती है और साथ ही सुख-समृद्धि, धन-धान्य की प्राप्ति तथा संतान प्राप्ति का आशीर्वाद भी मिलता है.
गणेश जी की आरती
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
एकदंत, दयावन्त, चार भुजाधारी,
माथे सिन्दूर सोहे, मूस की सवारी।
पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा,
लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा।।
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया,
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।
‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ..
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।
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बुधवार के उपाय
- बुधवार के दिन भगवान गणेश के माथे पर सिंदूर लगाकर तिलक करें.
- इसके बाद अपने माथे पर भी तिलक लगाएं, इससे आपके तरक्की तय हैं.
- अगर आप मानसिक शांति चाहते हैं तो बुधवार के दिन गणेश जी को शमी के पत्ते जरुर अर्पित करें.
- मानसिक तनाव से परेशानी आपकी कम होगी और आप प्रसन्न रहेंगे.
- गणेश जी पूजा करने से आपकी बुद्धि तेज और तीव्र रहती है और आपका ज्ञान भी बढ़ता है.
- बुधवार के गाय माता को घास खिलाना बेहद फायदेमंद बताया गया है.