Kamada Ekadashi 2025 Date: सनातन धर्म में कामदा एकादशी का विशेष महत्व है. यह उत्सव हर वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इसके साथ ही, एकादशी के अवसर पर फलाहार व्रत भी रखा जाता है. इस व्रत का पालन करने से साधक को इच्छित वरदान प्राप्त होता है और जन्म-जन्मांतर में किए गए सभी पाप समाप्त हो जाते हैं. आइए, कामदा एकादशी (Kamada Ekadashi 2025 Date) के बारे में विस्तार से जानते हैं.
कामदा एकादशी 2025 कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, एकादशी तिथि 7 अप्रैल को रात 08:00 बजे शुरू होकर 8 अप्रैल को रात 09:11 बजे समाप्त होगी. व्रत पारण का समय 8 अप्रैल की सुबह 06:05 से 08:36 तक निर्धारित है, जबकि द्वादशी तिथि रात 10:54 बजे तक जारी रहेगी.
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कामदा एकादशी पारण समय
कामदा एकादशी का पारण 09 अप्रैल को किया जाएगा. साधक 09 अप्रैल को सुबह 06:02 से 08:34 के बीच पारण कर सकते हैं. इस समय के दौरान साधक को गंगाजल युक्त जल से स्नान और ध्यान करना चाहिए. इसके बाद विधिपूर्वक लक्ष्मी नारायण की पूजा करनी चाहिए. पूजा के बाद अन्न दान करके व्रत का समापन करें.
कामदा एकादशी का महत्व
ग्रंथों के अनुसार, कामदा एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति के सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. यह व्रत जीवन में सुख और समृद्धि को बनाए रखने में सहायक होता है. एकादशी तिथि पर मां लक्ष्मी की पूजा भी करनी चाहिए, क्योंकि उनकी उपासना से व्यक्ति को धन, ऐश्वर्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. यह व्रत उन दंपत्तियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है, जो संतान की इच्छा रखते हैं, क्योंकि इससे उत्तम संतान की प्राप्ति होती है. इसके अलावा, इस व्रत को रखने से व्यक्ति सांसारिक सुखों का आनंद लेने के बाद भगवान विष्णु के वैकुंठ धाम को भी प्राप्त करता है.