Rambha Teej 2025: पंचांग के अनुसार, हर वर्ष ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को रंभा तीज का आयोजन किया जा रहा है. सुहागिन महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और पूजा-पाठ करती हैं. इस वर्ष रंभा तीज आज गुरुवार, 29 मई को मनाई जा रही है.
रंभा तीज पूजा का मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, सर्वार्थ सिद्धि योग रात 10 बजकर 38 मिनट से अगले दिन 05 बजकर 24 मिनट तक रहेगा. इसी समय रवि योग भी रात 10 बजकर 38 मिनट से अगले दिन 05 बजकर 24 मिनट तक रहेगा. अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 46 मिनट तक रहेगा.
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रंभा तीज पूजा विधि
व्रत के दिन प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें. पूजा के लिए एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर रंभा देवी की प्रतिमा या चित्र को स्थापित करें. सबसे पहले भगवान गणेश का ध्यान करें, फिर देवी रंभा के समक्ष घी का दीपक प्रज्वलित करें. पूजन सामग्री में मौसमी फल, लाल पुष्प, काली चूड़ियां, पायल, आलता, इत्र आदि शामिल करें. इसके बाद संपूर्ण सोलह शृंगार करें और श्रद्धा भाव से व्रत का संकल्प लें.
रंभा तीज पर जानें अप्सरा रंभा के बारे में
रंभा तीज के दिन अप्सरा रंभा की पूजा की जाती है, जिन्हें सौंदर्य, सौभाग्य और समृद्धि की देवी माना जाता है. मान्यता है कि समुद्र मंथन से प्राप्त 14 रत्नों में अप्सरा रंभा भी एक थीं. इस विशेष अवसर पर महिलाएं सोलह श्रृंगार करके व्रत रखती हैं और श्रद्धा पूर्वक पूजा करती हैं.
ऐसा कहा जाता है कि रंभा तीज का व्रत करने से न केवल देवी रंभा का आशीर्वाद मिलता है, बल्कि भगवान शिव और देवी पार्वती की कृपा भी प्राप्त होती है. इस उपवास को सच्ची निष्ठा और भक्ति से करने पर सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.