MS Dhoni Podcast: इंटरनेशनल क्रिकेट को अगस्त 2020 में अलविदा कहने वाले धोनी फिलहाल केवल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सक्रिय हैं. जहां लगातार उनके प्रदर्शन की चर्चाएं हो रही हैं, उनके रिटायरमेंट को लेकर भी चर्चाएं गर्म हैं. भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक, एमएस धोनी ने हाल ही में पहली बार पॉडकास्ट की दुनिया में कदम रखा. इस खास बातचीत में उन्होंने अपने करियर के अहम पड़ाव, बचपन की यादें और क्रिकेट से जुड़े अनछुए किस्से साझा किए.
इस पॉडकास्ट को मशहूर कंटेंट क्रिएटर राज शमनी ने होस्ट किया, जो खुद भी पॉडकास्टिंग की दुनिया में एक जाना-पहचाना नाम हैं. हालांकि, यह एपिसोड सिर्फ “धोनी” ऐप पर ही उपलब्ध है. पॉडकास्ट के दौरान धोनी से जब पूछा गया कि “एक सलामी जोड़ी, एक गेंदबाजी स्पैल और एक ऑलराउंडर” जिन्हें वह एकसाथ खेलते हुए देखना चाहेंगे, तो उन्होंने बड़ा ही स्पष्ट जवाब दिया. धोनी ने कहा, “देखिए, जब आप उन्हें खेलते हुए देखते हैं, तो आपको लगता है कि उनसे बेहतर कोई नहीं हो सकता. लेकिन क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसमें उतार-चढ़ाव होता रहता है. सर्वश्रेष्ठ ओपनर चुनना बहुत मुश्किल है, लेकिन मैंने उन्हें खेलते हुए देखा है. देखिए, जब युवी (Yuvraj Singh) 6 छक्के लगा रहा था, तो मुझे किसी और को देखने की जरूरत नहीं पड़ी.” MS Dhoni on Best Opener, Bowler and All rounder.
धोनी ने आगे कहा, “मैं एक खिलाड़ी को क्यों चुनूँ? ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने टीम के लिए कई मैच जीते हैं. हाँ, पहले.. इस तरह की कवरेज नहीं होती थी. पहले भी कई ऐसे प्रदर्शन हुए, जिनके बारे में मुझे नहीं पता, क्योंकि पहले ये सब रिकॉर्ड नहीं हो पाते थे. आज की पीढ़ी उनके बारे में नहीं जानती.”
इस बातचीत के दौरान धोनी ने यह भी बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे भारत के लिए खेलेंगे. उनका बचपन रांची में बीता, जो तब बिहार का हिस्सा था और अब झारखंड में आता है. उन्होंने कहा कि उस दौर में वहां क्रिकेट को लेकर कोई विशेष माहौल या पृष्ठभूमि नहीं थी. उन्होंने कहा, “कभी नहीं सोचा था कि मैं देश के लिए खेलूंगा. मैं रांची में रहता था. पहले यह बिहार था, अब यह झारखंड है. हमारी टीम में क्रिकेट करियर का कोई इतिहास नहीं है. जब मैं स्कूल में था, तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं भारत के लिए खेलूंगा. जब हम स्कूल में थे, तब हम टेनिस बॉल से खेलते थे और उस समय मैं गेंदबाजी करता था.”
विकेटकीपर कैसे बने धोनी
धोनी ने यह भी साझा किया कि वह कैसे विकेटकीपर बने और अपने सीनियर्स के साथ खेलने का क्या अनुभव रहा. उन्होंने कहा, “उस समय मैं बहुत छोटा और दुबला-पतला था. फिर मुझे विकेटकीपिंग करने के लिए कहा गया… मैं हमेशा अपने से सीनियर लोगों के खिलाफ क्रिकेट खेलता था. मेरी उम्र के बहुत कम लड़के थे जो क्रिकेट खेलते थे. इसलिए अपने से सीनियर लोगों के साथ क्रिकेट खेलना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण था. सीनियर्स के साथ खेलने से मुझे मदद मिली. मैंने इसके अलावा और कुछ नहीं किया. मैं अपने पिता से बहुत डरता था. वह हमेशा समय के पाबंद रहते थे. मैं भी अपने पिता जैसा ही हूं.”
लगातार 18वां सीजन खेल रहे धोनी
धोनी इस साल अपना 18वां आईपीएल सीजन खेल रहे हैं, लेकिन यह सीजन उनके लिए खास इसलिए भी है क्योंकि पहली बार उन्हें ‘अनकैप्ड’ खिलाड़ी के तौर पर खेलते हुए देखा जा रहा है. चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने उन्हें 4 करोड़ रुपये में रिटेन किया है. दरअसल, आईपीएल में एक नया नियम लागू हुआ है, जिसके तहत पिछले पाँच वर्षों में अपने देश का प्रतिनिधित्व नहीं करने वाले खिलाड़ियों को ‘अनकैप्ड’ श्रेणी में शामिल किया जा सकता है. इसी नियम के तहत धोनी को इस सीजन अनकैप्ड प्लेयर का दर्जा मिला है.
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