22.4 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

पक्का थ्रेसिंग फ्लोर पर किसानों को मिलेगा 50 हजार का अनुदान

KAIMUR NEWS.किसानों के लिए विभिन्न तरह की अनुदानिक योजनाएं चला रही सरकार पक्का थ्रेसिंग फ्लोर बनाने वाले किसानों को 50 हजार रुपये अनुदान देगी. उपरोक्त जानकारी देते हुए जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार ने बताया कि पक्का थ्रेसिंग निर्माण करने की कुल प्राक्कलित राशि एक लाख 26 हजार 200 रुपये है.

प्रतिनिधि, भभुआ.

किसानों के लिए विभिन्न तरह की अनुदानिक योजनाएं चला रही सरकार पक्का थ्रेसिंग फ्लोर बनाने वाले किसानों को 50 हजार रुपये अनुदान देगी. उपरोक्त जानकारी देते हुए जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार ने बताया कि पक्का थ्रेसिंग निर्माण करने की कुल प्राक्कलित राशि एक लाख 26 हजार 200 रुपये है, जिसके अंतर्गत किसानों को 30 फीट लंबा, 20 फीट चौड़ा और एक फीट नौ इंच ऊंचा थ्रेसिंग फ्लोर बनाना होगा. जिस पर सरकार लागत का 50 प्रतिशत से कम या 50 हजार रुपये दोनों में जो कम हो, वह राशि किसानों को अनुदान देगी. जिले को 21 पक्का थ्रेसिंग फ्लोर बनाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है. जिसमें से 16 सामान्य वर्ग के किसानों के लिए व पांच अनुसूचित जाति के किसानों के लिए आरक्षित है. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि पांच अगस्त 2025 है. किसान कृषि विभाग के डीबीटी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन दे सकते हैं. आवेदन के लिए किसान के नाम से एलपीसी, जमाबंदी, लगान रसीद में से कोई एक कागजात किसानों को देना होगा. किसानों का चयन राज्य स्तर से ही लॉटरी के माध्यम से आठ अगस्त किया जायेगा.इसके बाद चयनित लाभुकों को कार्यादेश की अंतिम तिथि 22 अगस्त 2025 को निर्गत कर दिया जायेगा. गौरतलब है कि पक्का थ्रेसिंग फ्लोर के निर्माण का उद्देश्य किसानों को उनकी फसल सुखाने के लिए स्वच्छ और एक बेहतर स्थान उपलब्ध कराना है. ताकि अनाज का बेहतर प्रबंध हो सके और किसानों को अनाज का बाजार मूल्य भी उचित मिल सके.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel