भभुआ सदर. भभुआ थाने की पुलिस ने चोरी के 105.760 ग्राम सोने और 3.294 ग्राम चांदी के जेवरों और 41866 रुपये नकद व नेपाली करेंसी के साथ गहने की चोरी में शामिल दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है. कुल 13 लाख 25 हजार के गहनों और 41866 रुपये व नेपाली करेंसी के साथ धरायी दोनों महिलाएं रामगढ़ थानाक्षेत्र डहरक गांव निवासी स्व सुरेंद्र सेठ की पत्नी जिरामुनी देवी और उमेश सेठ की पत्नी ज्योति देवी बतायी जाती है, जो रिश्ते में सास-बहू हैं. इन महिलाओं से गहने खरीदने के संदेह में पुलिस ने रामगढ़ बाजार स्थित जगदीश ज्वेलर्स और शकुंतला ज्वेलर्स के स्वर्णकारों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. इस मामले में एसपी हरिमोहन शुक्ल ने बुधवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि 17 मार्च को भभुआ के वार्ड संख्या 13 पोस्ट ऑफिस गली निवासी रामेश्वर तिवारी के बेटे राजगृही तिवारी ने थाने में आवेदन दिया था कि उसकी पत्नी बिंदु देवी का गहना अज्ञात महिला के द्वारा एकता चौक के समीप इ-रिक्शा से घर जाने के क्रम में चुरा लिया गया है. आवेदन पर भभुआ थाने में एफआइआर दर्ज कर ली गयी. घटना की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ भभुआ शिवशंकर कुमार के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया गया. टीम में एसडीपीओ के अलावा भभुआ थानाध्यक्ष मुकेश कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक रौशन कुमार, अक्षय कुमार, परिक्ष्यमान पुलिस अवर निरीक्षक अनु दुबे, वर्षा रानी सहित सशस्त्र बल शामिल थे.
इ-रिक्शा चालक से पूछताछ व सीसीटीवी से पकड़ायीं दोनों महिलाएं
छापेमारी टीम के गठन के बाद टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एकता चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से जिस इ-रिक्शे पर महिला बैठी थी, उस रिक्शा चालक से पूछताछ की और उक्त अज्ञात महिला के बारे में जानकारी हासिल की. इसके बाद शहर में घूम रही उक्त संदिग्ध महिला को भी पकड़ लिया गया और जब उक्त महिला से पुलिस द्वारा पूछताछ की गयी, तब जाकर उनके घर से पुलिस ने चोरी के लाखों के गहने, 41866 रुपये व तीन विदेशी नेपाली करेंसी बरामद की. भारी मात्रा में लाखों रुपये के गहने बरामद होने के बाद पुलिस ने चोरी की घटनाओं में शामिल रही महिला और उसकी सास को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.चोरी की घटनाओं में महिलाएं लेती थीं बच्चे का सहारा
एसपी ने बताया कि गहनों के साथ पकड़ी गयी दोनों महिलाएं काफी साल से इस धंधे में संलिप्त थीं. बताया कि दोनों इन मामलों में बच्चे का भी सहारा लेती थीं. बाजार में बैग आदि के साथ महिलाओं को देखते ही दोनों उनके पीछे लग जाती थी और फिर इ-रिक्शा आदि में सवार महिलाओं से सफाई के साथ उनके बैग या हैंड पर्स निकाल लेती थी. इसमें उनका बच्चा भी सहयोग करता था. जैसे बच्चा अचानक उल्टी करने लगता या फिर तबीयत खराब होने के बहाने से सभी को असहज कर देती थी. इतने देर में दोनों महिलाएं महिला के बैग और हैंड पर्स उड़ा देती थी.बिना जानकारी व कागजात के गहने नहीं खरीदें स्वर्ण दुकानदार
एसपी ने प्रेसवार्ता में बताया कि लाखों रुपये के गहनों के साथ पकड़ी गयी दोनों महिलाएं गहना उड़ाने के बाद सोने-चांदी की दुकानों पर जाकर गहनों को बेच देती थीं. स्वर्ण दुकानदार भी बगैर जाने-परखे गहनों को खरीद लेते थे. महिलाओं से गहने खरीदने के मामले में रामगढ़ बाजार के दो स्वर्ण दुकानदारों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. उन्होंने जिले के सभी स्वर्ण व्यवसायियों से अपील करते हुए कहा कि गहने खरीदने के समय सभी दुकानदार एहतियात बरतें और गहना जांच-परख कर ही खरीदें. खरीदने के दौरान बेचने वालों का कोई भी पहचान चिह्न आधार आदि अवश्य देखें, ताकि वैसे लोगों की पहचान हो सके और स्वर्ण व्यवसायी भी किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से बच सकें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है