मोहनिया शहर. मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल की व्यवस्था राम भरोसे हैं. यहां पहले बिना एमबीबीएस डाॅक्टर के सिर्फ एक आयुष डाॅक्टर के सहारे ओपीडी चलता था. जबकि, महिला डाॅक्टर, शिशु डाॅक्टर व डेंटल डाॅक्टर का अलग कक्ष में ओपीडी चल रहा था. लेकिन, अब इमरजेंसी में तैनात डाॅक्टर के सहारे सामान्य ओपीडी चल रहा है, जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. आये दिन सुर्खियों में रहने वाले अनुमंडलीय अस्पताल की व्यवस्था दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है. गुरुवार को प्रभात खबर द्वारा पड़ताल के दौरान देखने को मिला कि अस्पताल के सामान्य ओपीडी में आयुष डाॅक्टर बैठ मरीजों का इलाज कर रहे थे, जबकि एक भी एमबीबीएस डाॅक्टर सामान्य ओपीडी में नहीं बैठे थे. साथ ही इमरजेंसी सह ट्राॅमा सेंटर में तैनात डाॅक्टर को भी ओपीडी के मरीजों को देखने के लिए लगाया गया है, जो इमरजेंसी कक्ष में ही बैठ कर ओपीडी के मरीजों का इलाज कर रहे थे, जिससे जब इमरजेंसी के मरीज इलाज के लिए पहुंचते तो ओपीडी के मरीजों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ता था. ऐसे में अब ओपीडी में अलग से कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर तैनात न कर इमरजेंसी में ही तैनात डाॅक्टर के सहारे ओपीडी चलाया जा रहा हैं. शायद पहले कभी अस्पताल में इस तरह की अव्यवस्था नहीं देखी गयी है. गौरतलब है कि जिले के सदर अस्पताल के बाद दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल मोहनिया का अनुमंडल अस्पताल ही है. यहां कभी ओपीडी में इलाज के लिए मरीजों की काफी भीड़ लगती थी, लेकिन अब सामान्य ओपीडी के साथ महिला डाॅक्टर, शिशु डाॅक्टर व दांत डाॅक्टर को मिला कर करीब 200 से 250 पर्ची ही कट रहे हैं, जिसमें काफी मरीज महिला डाॅक्टर से इलाज के लिए पहुंचते हैं. जबकि अव्यवस्था के कारण सामान्य ओपीडी में पहले की तरह मरीजों की भीड़ नहीं दिखायी दे रही है. जैसे-जैसे समय बीतते गया वैसे-वैसे अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया की व्यवस्था भी बिगड़ती जा रही है. यहां कभी अस्पताल के सामान्य ओपीडी में दो-दो एमबीबीएस डाॅक्टर बैठते थे. उस समय ओपीडी में इलाज के लिए 250 से 300 मरीज पहुंचते थे, लेकिन जैसे जैसे व्यवस्था बिगड़ती गयी, वैसे-वैसे मरीज की भी संख्या पहले से घटती गयी. लेकिन, अब इमरजेंसी सह ट्राॅमा सेंटर में तैनात डॉक्टर को भी ओपीडी का मरीज को देखने के लिए लगा दिया गया है, जिससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. # क्या कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक इस संबंध में पूछे जाने पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विजय कुमार ने बताया सभी डाॅक्टर को मरीज देखना हैं, जिसके कारण इमरजेंसी में भी तैनात डाॅक्टर को भी ओपीडी के मरीज देखने के लिए लगाया गया हैं. …….अनुमंडलीय अस्पताल के ओपीडी में अलग से एमबीबीएस डॉक्टर तैनात नहीं
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