भभुआ नगर. इसे विभाग की गलती कहा, जाये या शिक्षकों की विद्यालयों में पोस्टिंग करने के लिए बनाये गये सॉफ्टवेयर की. कहीं एक ही विद्यालय में एक, दो नहीं, बल्कि तीन से चार-चार शिक्षकों की तैनाती कर दी गयी है. वहीं, कई विद्यालय ऐसा भी हैं, जहां वर्ग 6 से 8वीं तक के लिए एक भी शिक्षक की तैनाती नहीं की गयी है. यह हाल बीपीएससी द्वारा प्रथम चरण द्वितीय चरण के शिक्षक नियुक्ति के साथ-साथ तीसरे चरण के तहत भी शिक्षकों के नियुक्ति के लिए आवंटित विद्यालयों के बाद देखने को मिल रहा है. प्रथम चरण व द्वितीय चरण के दौरान जिन विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गयी, वहां शिक्षकों की तैनाती तृतीय चरण के तहत भी नहीं करके, ऐसे विद्यालय जहां पहले से ही पर्याप्त शिक्षक थे, वहां तैनाती कर दी गयी है. इनमें कई विद्यालय ऐसे भी हैं, जहां वर्ग 6 से 8वीं तक के छात्रों को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक की तैनाती नहीं की गयी है. इससे वर्ग 6 से 8वीं तक के छात्रों की पढ़ाई भी वर्ग 1 से 5वीं तक के लिए कार्यरत शिक्षकों के कंधों पर आ गयी है. कुछ इसी तरह का मामला जिले के कई विद्यालय में है, लेकिन उदाहरण स्वरूप देखा जाये, तो जिले के सुदूर क्षेत्र ही नहीं, बल्कि जिला मुख्यालय से 2 से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सिलौटा विद्यालय में ही वर्ग 6 से 8वीं तक के छात्रों को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गयी. जबकि बीपीएससी द्वारा तृतीय चरण के तहत शिक्षकों के नियुक्ति के लिए विद्यालय का आवंटन कर दिया गया है, जहां तृतीय चरण के तहत भी सिलौटा विद्यालय में वर्ग 6 से 8 तक पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गयी. जिससे सिलौटा विद्यालय में आज भी 1 से 5 वर्ग के लिये तैनात शिक्षक ही वर्ग 6 से 8वीं तक के छात्रों का भी वर्ग संचालन करेंगे. = एनसीइआरटी की बुक लागू होने की शिक्षकों को होगी परेशानी गौरतलब है कि वर्ग एक से 5 के लिए तैनात शिक्षकों द्वारा वर्ग 6 से 8वीं तक के छात्रों का वर्ग संचालन कर रहे हैं. लेकिन, शिक्षकों का कहना है की एनसीइआरटी की किताब विद्यालयों में लागू हो गयी है और शिक्षक वर्ग 1 से 5वीं तक के ही हैं. शिक्षक मेहनत कर जरूर पढ़ायेंगे मगर, अब हिंदी में तीन किताब के साथ इंग्लिश में दो किताबें हो गयी हैं, जो पढ़ना संभव नहीं लग रहा है. इससे विषय वस्तु से संबंधित शिक्षक अपने अनुभव के अनुसार छात्रों को पढ़ाते है. कहते हैं प्रधानाध्यापक वर्ग 6 से 8 के लिए डीसी द्वारा तृतीय चरण के तहत भी एक शिक्षक की तैनाती विद्यालय में नहीं की गयी है. वर्ग एक से पांच के लिए तैनात शिक्षकों द्वारा ही वर्ग 6 से 8 तक के छात्रों का वर्ग संचालन किया जाता है. इसके कारण छात्रों के पठन पाठन पर इसका असर पड़ रहा है. मेरे द्वारा इसकी सूचना पूर्व में भी वरीय अधिकारी एवं विभाग को भी दी गयी है. शशि कुमार शर्मा, प्रधानाध्यापक
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