भभुआ सदर.
मंगलवार सुबह भभुआ मंडलकारा के समीप लूट व जान मारने की नीयत से अगवा करने के मामले में जिला बल के एक सिपाही ने भभुआ थाने में एफआइआर दर्ज करायी है. मामले में पीड़ित सिपाही बक्सर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पांडेयपट्टी निवासी स्व रामाशीष चौबे के पुत्र शेषनाथ चौबे ने बताया कि वह वर्तमान में पुलिस केंद्र भभुआ में सिपाही के पद पर पदस्थापित है. मंगलवार 15 जुलाई को वह अपनी बाइक से मोहनिया से भभुआ आ रहा था. इस दौरान सुबह 8.10 बजे वह जैसे ही परसिया के समीप स्थित भभुआ मंडलकारा के समीप पहुंचा, तभी पीछे से आ रहे एक बाइक सवार ने उसकी बाइक में धक्का मार दिया. धक्के से वह और पीछे से आ रहे बाइक सवार दोनों गिर गये. इसी बीच पीछे से दो बाइक पर सवार पांच युवक आये और उसके साथ मारपीट करते हुए बाइक टूटने की बात कहते हुए मरम्मत के लिए पांच हजार रुपये मांगने लगे और नही देने पर गोली मारने की बात कहने लगे. जब उसने पैसा देने से इन्कार किया, तो बाइक सवार लोग उसका होंडा साइन बाइक व पिट्ठू बैग जिसमें उसके वर्दी, जरूरी दस्तावेज व कागजात, आइकार्ड और 800 रुपये नकद सहित उसका मोबाइल छीन लिये. इसके बाद मारपीट करनेवाले उसे उसी के बाइक पर बैठाकर अखलासपुर बस स्टैंड और उदासी देवी स्कूल से आगे ले गये व उसके एटीएम कार्ड से पैसे निकालने लगे. लेकिन, उसके खाते में पैसे नही होने की वजह से वह लोग रुपये नहीं निकाल पाये. इसके बाद वहां से तीन बाइक पर सवार रहे लोग वहां से चले गये, लेकिन दो लोग उसे उसके ही बाइक पर बैठा लिया व उसे अष्टभुजी चौक होते हुए सुवरन नदी की तरफ ले गये और वहा स्थित महावीर मंदिर के पीछे ले जाकर उसके साथ मारपीट करने लगे. इस बीच वह उनलोगों के चंगुल से छूटकर भागते हुए सेमरिया महावीर मंदिर में जाकर छुप गया व फिर वहां के पुजारी से मोबाइल मांगकर उसने पुलिस से संपर्क किया. गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले का उद्भेदन कर घटना में संलिप्त एक आरोपित थाना क्षेत्र के इटाढ़ी गांव निवासी मुन्ना जायसवाल के बेटे राकेश जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही पुलिस अन्य आरोपितों की तलाश में जुटी हुयी है और इसे लेकर जगह-जगह छापेमारी की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है