एसडीएम के निर्देश के बाद दवा काउंटर इंचार्ज अनीता कुमारी सहित तीन से स्पष्टीकरण फोटो 33, प्रतिनिधि, मोहनिया शहर अनुमंडलीय अस्पताल की व्यवस्था लाख प्रयास के बाद भी बदलने का नाम नहीं ले रहा हैं. अब ओपीडी में इलाज के बाद एक्सपायरी दवा तक दे दिया गया. इसको लेकर मरीज के परिजन ने एसडीएम से शिकायत के बाद अस्पताल उपाधिक्षक द्वारा दवा वितरण काउंटर से संबंधित तीन कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. जानकारी के अनुसार शनिवार को ओपीडी में भिट्टी गांव निवासी किशुन मौर्य अपने पांच वर्षीय बच्चे आर्यन कुमार को इलाज के लिए लेकर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में इलाज के बाद दवा काउंटर पर दवा लेने गये. तब उन्हें एक्सपायर्ड दवा दे दिया गया. जिस पर एक्सपायर होने की तिथि जून 2025 लिखा हुई थी. हालांकि, इसकी जानकारी स्वास्थ्य कर्मियों को होने के बाद उसे तत्काल फेंक दिया गया. इसके बाद दूसरी दवा दी गयी. लेकिन, इधर किशुन मौर्य ने एक्सपायर्ड दवा को लेकर एसडीएम से शिकायत की. इसके आलोक में अस्पताल उपाधिक्षक को एसडीएम ने इस तरह के लापरवाही को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए कर्रवाई करने का निर्देश दिया है. दवा वितरण काउंटर इंचार्ज सहित तीन से स्पष्टीकरण मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल के दवा वितरण काउंटर से एक्सपायर दवा मरीज को देने के मामले में अस्पताल उपाधिक्षक डॉ विजय कुमार ने दवा वितरण काउंटर के इंचार्ज अनीता कुमारी 2 सहित तीन लोगों से स्पष्टीकरण मांगा है. स्पष्टीकरण में कहा गया हैं की 12 जुलाई 2025 को दवा वितरण काउंटर से मरीज को डाइसाक्लोमिन हाइड्रोक्लोराइड बैच नं डीसीएस-3-23-223 दी गयी. इसका एक्सपायरी डेट जून-2025 था. इसकी शिकायत अनुमंडल पदाधिकारी मोहनिया व जिलास्तरीय पदाधिकारी को मरीज ने की है. उपरोक्त संबंध में संबंधित कर्मी 24 घंटे में अपना-अपना स्पष्टीकरण देना सुनिश्चित करें कि किस परिस्थिति में एक्सपायर्ड दवा मरीजों को उपलब्ध करवायी गयी हैं. साथ ही स्पष्टीकरण का निष्पादन होने तक संबंधित कर्मियों का माह जुलाई-2025 का वेतन अवरुद्ध किया गया हैं. # क्या कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विजय कुमार ने बताया की दवा काउंटर के पास एक एक्सपायर्ड दवा रखने के लिए कार्टन रखा गया है. इसमें एक्सपायर्ड दवा रखी गयी थी. लेकिन, किस परिस्थिति में मरीज को एक्सपायर्ड दवा दे दी गयी. इसको लेकर संबंधित कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछा गया है. हालांकि, इसकी जानकारी होने के बाद तत्काल दवा को फेंक कर उन्हें दूसरी दवा दी गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है