भभुआ कार्यालय. हाल के दिनों में लगातार हुए पुलिस पर हमलों को लेकर विपक्ष के हंगामा और मुख्यमंत्री के द्वारा कड़ी कार्रवाई के निर्देश के बाद पुलिस मुख्यालय इसे लेकर काफी गंभीर है. अपर पुलिस महानिदेशक विधि व्यवस्था के द्वारा राज्य के सभी आइजी और डीआइजी को पत्र लिख कर पुलिस पर हुए हमले के मामलों में की गयी करवाई को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गयी है. एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर के द्वारा चार बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी गयी है. एडीजी के पत्र के आलोक में शाहाबाद रेंज के डीआइजी के द्वारा भी कैमूर एसपी को पत्र लिखकर होली के दौरान तीन दिनों में हुए पुलिस पर हमलों व अन्य मामलों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गयी है. गौरतलब है कि होली के दौरान कैमूर में दो जगहों पर पुलिस पर हमले हुए थे. पहली घटना चैनपुर थाना क्षेत्र के इसीया गांव में डीजे बजाने के विवाद की सूचना पर पहुंचे बीडीओ एवं पुलिस पर हमले की है. इसमें बीडीओ की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गयी थी. इसमें आठ लोगों की गिरफ्तारी भी पुलिस के द्वारा की जा चुकी है. वहीं, दूसरी घटना भभुआ थाना क्षेत्र के बेतरी गांव में घटित हुई, जहां होली के दिन दो पक्षों में मारपीट हो रही थी. मारपीट की सूचना पर जब 112 की पुलिस पहुंची, तो मारपीट करने वाले लोगों द्वारा पुलिस की गाड़ी पर हमला कर दिया गया था. इसमें पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गयी थी. उस मामले में भी पांच लोगों की गिरफ्तारी पुलिस के द्वारा की जा चुकी है. पुलिस पर हमले को लेकर पुलिस मुख्यालय काफी गंभीर है और इसे लेकर उक्त घटित घटनाओं में क्या क्या कार्रवाई की गयी है, इसकी विस्तृत रिपोर्ट मुख्यालय के द्वारा लगातार मांगी जा रही है.
चार बिंदुओं पर एडीजी ने मांगी है रिपोर्ट
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के द्वारा पुलिस पर हमला मामले में आइजी एवं डीआइजी के माध्यम से चार बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी गयी है. जिन-चार बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी गयी है, उसमें पहला बिंदु है कि घटना की सूचना के बाद 112 की गाड़ी कितने देर में घटनास्थल पर पहुंची और उस गाड़ी पर कितने पुलिसकर्मी मौजूद थे. साथ ही उक्त पुलिसकर्मियों के द्वारा क्या कार्रवाई की गयी. दूसरे बिंदु पर घटना की सूचना के बाद थाना अध्यक्ष सर्किल इंस्पेक्टर एसडीपीओ एवं एसपी के घटनास्थल पर पहुंचने का समय क्या है और उनके द्वारा उक्त मामले में क्या कार्रवाई की गयी. तीसरे बिंदु पर विधि व्यवस्था प्रभावित करने वाले असामाजिक तत्वों के ऊपर क्या कार्रवाई की गयी, इसकी विस्तृत रिपोर्ट देनी है. वहीं, चौथे बिंदु पर घटना को रोकने में सफलता का क्या कारण है, इस पर टिप्पणी के साथ रिपोर्ट मांगी गयी है.घटना से मनोबल पर पड़ता है प्रतिकूल असर
अपर पुलिस महानिदेशक विधि व्यवस्था के द्वारा आइजी एवं डीआइजी को जो पत्र लिखा गया है, उसमें कहा गया है कि कभी सड़क दुर्घटना या अन्य गंभीर आपराधिक घटना की सूचना पर पुलिस पहुंचती है, तो कई बार असामाजिक तत्वों द्वारा पुलिस पर हमला कर दिया जाता है. इससे पुलिस के मनोबल पर प्रतिकूल असर पड़ता है. इससे पुलिस की कार्रवाई भी प्रभावित होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है