मोहनिया शहर.
शहर के अनुमंडल कार्यालय को जाने वाली मुख्य सड़क के किनारे स्थित पोस्ट ऑफिस में सोमवार की दोपहर अजीबोगरीब मामला सामने आया. निजी मकान में चल रहे पोस्ट ऑफिस कार्यालय में कार्यरत सभी कर्मियों को बाहर निकाल कर मकान मालिक ने मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया. इससे कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. इधर, पोस्ट ऑफिस के उप डाकपाल ने मोहनिया थाने पहुंचकर इसकी शिकायत की. इसके बाद पुलिस के हस्तक्षेप पर पोस्ट ऑफिस में बंद ताला को करीब डेढ़ घंटे बाद मकान मालिक ने खोला. तब जाकर पोस्ट ऑफिस में कार्य शुरू हो पाया. मालूम हो कि मोहनिया में स्थित पोस्ट ऑफिस का अपना मकान आज तक नहीं है. कई वर्षों से एक निजी मकान में किराये पर चल रहा है. मकान के पहले तल्ले पर पोस्ट ऑफिस का कार्यालय संचालित है. इधर, सोमवार को मकान मालिक बीरेंद्र सिंह ने किराये पर दिये गये पोस्ट ऑफिस के लिये मकान का एग्रीमेंट के अनुसार उपयोग नहीं किये जाने से नाराज होकर पहले पिछले गेट का ताला बंद कर दिया. इसके बाद सभी कर्मी व ग्राहक अगले गेट से निकाल कर बाहर आ गये. और मकान मालिक से पूछने लगे कि ताला क्यों बंद कर दिये हैं. इससे आक्रोशित होते हुए मकान मालिक ने पोस्ट ऑफिस के मुख्य गेट का भी ताला बंद कर दिया. इसके बाद अपना तफरी का माहौल हो गया. इसकी सूचना उप डाकपाल ने मोहनिया थाने को दी. पुलिस ने मकान मालिक व पोस्ट ऑफिस के कर्मियों को थाने ले गयी. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ. इधर, करीब डेढ़ घंटे तक ताला बंद होने के कारण पोस्ट ऑफिस का कार्य प्रभावित रहा. इससे ग्राहक भी परेशान दिखे.पांच लाख रुपये का व्यवसाय हुआ प्रभावितमोहनिया पोस्ट ऑफिस में मकान मालिक द्वारा बिना सूचना के ताला बंद किये जाने के कारण करीब पांच से छह लाख रुपये का व्यवसाय प्रभावित हुआ है. पोस्ट ऑफिस के उप डाकपाल विनोद लाल ने बताया कि दोपहर करीब 1:30 बजे अचानक मकान मालिक ने ताला बंद कर दिया. इस कारण करीब पांच से छह लाख रुपये का व्यवसाय प्रभावित हुआ है. 3:00 बजे पुलिस के पहल पर खुला, तब जाकर कई काम का निबटारा किया गया.
2003 से किराये के मकान में चल रहा है मोहनिया का पोस्ट ऑफिसप्रखंड मुख्यालय स्थित डाकघर का अपना भवन आज तक नसीब नहीं हो सका है जो आज भी किराये के मकान में चलता है. गौरतलब हो की मोहनिया शहर में थाना के समीप एनएच 2 के किनारे डाकघर का अपना भवन था, जिसमें पोस्टऑफिस चलता था. लेकिन, 2003 में एनएच 2 के फोरलेन के निर्माण के समय भवन को तोड़ दिया गया था. इसके बाद से पोस्टऑफिस निजी मकान में किराये पर चलता है. पोस्टऑफिस के भवन तोड़ने के मद्देनजर एनएचआइ द्वारा भवन व जमीन को लेकर राशि भी दी थी. वह राशि जिले में आज तक जमा है. लेकिन 14 वर्ष से अधिक बीत जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा आज तक भवन का निर्माण नहीं कराया गया है. इससे मोहनिया का पोस्टऑफिस आज तक तीन जगह शिफ्ट किया गया और वर्तमान में शहर के वार्ड नंबर 13 में नये अनुमंडल कार्यालय को जाने वाली सड़क के किनारे में स्थित है.क्या कहते हैं पोस्ट ऑफिस के उप डाकपालइस संबंध में मोहनिया पोस्ट ऑफिस के उप डाकपाल विनोद लाल ने बताया कि सोमवार की दोपहर करीब 1:30 बजे एकाएक मकान मालिक द्वारा पोस्ट ऑफिस के दोनों गेट पर ताला बंद कर दिया गया. इससे पोस्ट ऑफिस का कार्य 3:00 तक बंद रहा. इसकी सूचना पुलिस को दी गयी, तब जाकर पुलिस द्वारा पहल करते हुए ताला खुलवाया गया.
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