मामला रामपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय झाली का
छात्रों को दे दी गयी छुट्टी, शिक्षक-शिक्षिका रहेंगे उपस्थित
करोड़ों रुपये खर्च के बाद भी नहीं बदली विद्यालयों की स्थिति
प्रतिनिधि. भभुआ नगर
सरकार भले ही शिक्षा को वर्ल्ड क्लास बनाने के दावे कर ले, लेकिन स्कूलों में जो अव्यवस्था है, उसे देखकर कहा जा सकता है कि सरकारी दावे और जमीनी हकीकत में जमीन आसमान का फर्क है. दरअसल, जिले में मंगलवार की मध्य रात्रि से बुधवार की रात तक हुई बारिश से रामपुर प्रखंड क्षेत्र का झाली विद्यालय झील में तब्दील हो गया है. इसके कमरों में घुटनों तक पानी भर गया है.विद्यालय के चारों तरफ गहरा पानी जमा है, इसमें सांप और कई जलीय जीव भी दिख रहे हैं, इससे बच्चों व शिक्षकों में डर का भी माहौल है. विद्यालय कैंपस सहित विद्यालय आने जाने वाले रास्ते में पानी भरा है. स्थिति ऐसी है कि कक्षाओं का संचालन नहीं किया जा सकता है. जिसे देखते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय के शैक्षणिक गतिविधि पर रोक लगा दी है. हालांकि शिक्षक-शिक्षिका विद्यालय में उपस्थित रहेंगे.छात्रों को विद्यालय से पानी निकलने तक दी गयी छुट्टी
गौरतलब है कि मंगलवार व बुधवार को बारिश होने के बाद गुरुवार को समय से विद्यालय बच्चे पढ़ने के लिए पहुंचे. लेकिन, विद्यालय कैंपस व आने जाने वाले रास्ते पर घुटने भर से अधिक पानी भरा था. साथ ही पानी का बहाव था. ऐसी स्थिति को देख शिक्षकों ने इसकी जानकारी विभाग को दी. इसके बाद विभाग ने पढ़ाई बंद करने का आदेश दिया है. जिससे शिक्षकों ने छात्रों को विद्यालय से पानी निकलने तक छुट्टी दे दी गयी. बता दें कि यहां ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. पिछले वर्ष भी विद्यालय कैंपस व रास्ते में पानी आने के कारण विद्यालय में शैक्षणिक गतिविधि कई दिनों तक बंद रखा गया था.अभिभावकों को भी सता रहा है डर
विद्यालय के चारों तरफ तालाब जैसी स्थिति होने के कारण अभिभावकों को भी विद्यालय छोटे-छोटे बच्चों को भेजने में डर सताने लगा है, चारों तरफ पानी रहने के कारण बच्चों के बीच भी डर का माहौल उत्पन्न हो गया है. जिस प्रकार से विद्यालय के चारों तरफ पानी भरा हुआ है, ऐसे में बच्चों के ऊपर भी विषैले जीवों कर भी काफी खतरा मंडरा रहा है, अगर थोड़ी सी भी सावधानी हटी तो एक बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती है.विद्यालय जाने वाले सड़क पर ईंट गिराकर बनाया गया था रैंप
गौरतलब है कि विगत वर्ष विद्यालय कैंपस में जलजमाव होने के बाद शिक्षा विभाग में संज्ञान लेते हुए विद्यालय आने जाने वाले रास्ते व कैंपस में ईंट की टुकड़ी गिराकर रैंप बनाया था, इसके बावजूद भी पानी के अत्यधिक मात्रा होने के कारण सड़क से विद्यालय जाने वाले संपर्क पथ पर घुटने भर से अधिक पानी बहने लगा, जिसे देखते हुए विद्यालय से छात्रों को छुट्टी दे दी गयी है.क्या कहते हैं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी
बारिश का पानी विद्यालय आने-जाने वाले रास्ते पर व विद्यालय कैंपस में भर जाने के कारण कोई दुर्घटना न हो, इसे देखते हुए शैक्षणिक गतिविधि विद्यालय में बंद कर दी गयी है. जबकि, शिक्षक-शिक्षिका विद्यालय में उपस्थित रहेंगे.तेजस्विनी आनंद,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारीB
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