पटना. कुर्जी मोड़ स्थित नवज्योति निकेतन के सभा-कक्ष में मंत्रा4चेंज के बैनर तले व ”शिक्षाग्रह” के अंतर्गत आयोजित दो-दिवसीय फैसिलिटेटर प्रशिक्षण कार्यशाला का मंगलवार को समापन हुआ. सत्र की शुरुआत प्रार्थना एवं अभियान गीत से की गयी. उसके बाद ”शिक्षा चौपाल- 3” के आयोजन को लेकर प्रतिभागियों के बीच अलग-अलग समूह बना कर विस्तृत चर्चा की गयी. वहीं, ”मित्रा” ऐप की मदद से फील्ड की एक्टिविटी का ऑडियो रिकॉर्ड करने के तरीके सिखाये गये एवं प्रशिक्षुओं को अभ्यास कराया गया. अंत में महिला फेडरेशन के नेतृत्वकर्ता को सहभागिता प्रमाण-पत्र एवं शिक्षा चौपाल से संबंधित समझौता पत्र प्रदान किया गया.
इस मौके पर मंत्रा4चेंज की अनुभूति श्रीवास्तव ने बताया कि शिक्षाग्रह एक जनसंचालित अभियान है, जिसका उद्देश्य समुदाय, सिविल सोसाइटी और सरकार के सहयोग से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है. बिहार के 9 महिला नेतृत्व महासंघों ने इस आंदोलन से औपचारिक रूप से जुड़कर सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने हेतु सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. महिलाओं की नेतृत्व भूमिका—एक प्राथमिक देखभालकर्ता और समुदाय की प्रभावशाली आवाज़ के रूप में—शिक्षा में बदलाव लाने में अहम है. जब वे सशक्त होती हैं, तो स्कूलों का प्रदर्शन सुधरता है, ड्रॉपआउट घटता है, और शिक्षा सामूहिक प्राथमिकता बनती है. इन संघों द्वारा 16 मई से तीसरा “शिक्षा चौपाल ” आयोजित किया जा रहा है, जो संवाद, सहयोग और समाधान सह-निर्माण का एक समावेशी मंच है. यह चौपाल स्थानीय शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर खुली चर्चा, सफलता की कहानियाँ और सामूहिक समाधान तलाशने का अवसर है।इन जिलों की महिलाएं हुईं शामिल:
बतौर प्रशिक्षक अनुभूति श्रीवास्तव, उर्मिला कुमारी, शालिनी, एकता, प्रथमेश एवं निवेदिता ने सत्रों का संचालन किया. इस ट्रेनिंग में पटना समेत सूबे के आठ जिलों मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पश्चिम चंपारण, गया, कैमूर एवं रोहतास की करीब 140 महिला प्रशिक्षणार्थियों ने हिस्सा लिया. ये सभी महिला कार्यकर्ता बिहार महिला समाख्या सोसाइटी द्वारा गठित विभिन्न महिला फेडरेशन से जुड़ी हैं. बता दें कि ”शिक्षाग्रह” एक जन अभियान है, जिसे मंत्रा4चेंज सरकारी विभागों, समुदाय एवं जनसंगठनों के साथ साझा प्रयासों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं किशोरियों को स्कूल से जोड़ने के अभियान को गति देने में लगा है. जानकारी हो कि मंत्रा4चेंज के मार्गदर्शन में ज्योति महिला समाख्या मुजफ्फरपुर, सृष्टि महिला समाख्या शिवहर, दीपमाला संस्था कैमूर, समृद्धि संस्था रोहतास, हमारी दृष्टि गया, स्वधा महिला समाख्या बेतिया, प्रगति एक प्रयास सीतामढ़ी, सहयोगी पटना आदि महिला संगठन मिलकर 16 मई से 31 मई तक ”शिक्षा चौपाल” का आयोजन करेंगे. इस चौपाल के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के सामने शिक्षा ग्रहण करने के रास्ते में आने वाली चुनौतियों एवं उसका स्थानीय एवं सरकार के स्तर पर समाधान खोजने की एक पहल है. बीते साल अक्टूबर से अब तक दो बार शिक्षा चौपाल अभियान चलाया जा चुका है. प्रथम शिक्षा चौपाल के दौरान 7 जिलों के 172 गांवों के 68 हजार लोगों ने अपनी बेटियों को कम-से-कम 12वीं तक पढ़ाने एवं बाल विवाह नहीं करने का संकल्प लिया था. वहीं, दूसरे चौपाल के दौरान इन 7 जिलों के 750 से अधिक गांवों तक पहुंच कर महिलाओं ने शिक्षा की पहुंच से दूर होने वाली बेटियों की समस्याओं एवं उसका हल ढूंढने के लिए गांव-गांव में घूमी. इस बार एक हजार से अधिक गांवों तक पहुंचने का लक्ष्य है. मंगलवार को प्रमाण-पत्र वितरण के बाद प्रशिक्षण का समापन होगा. इस मौके पर मंत्रा4चेंज के बिहार हेड नीरज दास गुरु, प्रोग्राम निदेशक सौरभ सिंह, निशांत, जयदेव, एकता, जेएमएस से संतोष सारंग आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है