मोहनिया शहर.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई मोहनियां की ओर से आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर जगजीवन मैदान मोहनियां से चांदनी चौक तक मशाल यात्रा निकाली गयी. इसका नेतृत्व जिला संयोजक रिशु उपाध्याय ने किया. मशाल यात्रा में कई छात्र कार्यकर्ता शामिल रहे. उन्होंने कहा की 1975 की इमरजेंसी तानाशाही का प्रतिक थी. इंदिरा गांधी ने सत्ता बचाने के लिए संविधान की सारी मर्यादाओं को तोड़ दिया था. संविधान का गला घोटा गया और हजारों विपक्षी नेताओं को बिना मुकदमे के जेल में डाल दिया गया और देश पर आपातकाल थोप कर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की हत्या कर दी गयी थी. एक परिवार के विरोध में उठने वाले स्वरों को कुचलने के लिये थोपा गया. आपातकाल आजाद भारत के इतिहास का एक काला अध्याय है. इस दौरान यात्रा में अजीत, रंजन,सत्यम्, राहुल, रोहित, ऋषभ, अनुराग, हरिओम, मनीष, आलोक, मंजीत आदि छात्र मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है