भगवानपुर. गाड़ी में मामूली टक्कर को लेका रविवार की शाम भगवानपुर-अधौरा रोड पर मुंडेश्वरी दर्शन करने अपने परिवार के साथ जा रहे यूपी पुलिस में तैनात एक दंपती व वनकर्मियों के बीच मारपीट हो गयी. इस मारपीट में उत्तर प्रदेश पुलिस की महिला कांस्टेबल जख्मी हो गयी. वहीं, एक वनकर्मी को भी मारपीट में हल्की चोटें आयी है. उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत पति-पत्नी अपने परिवार के साथ रविवार की शाम पूजा-अर्चना करने के लिए अधौरा से भगवानपुर होते हुए मुंडेश्वरी जा रहे थे. इसी दरमियान अधूरा भगवानपुर के बीच जिलेबिया मोड़ के पास वन विभाग के रेंजर साहिल आनंद की गाड़ी व यूपी पुलिस के कांस्टेबल दंपती की गाड़ी के बीच मामूली टक्कर हो गयी. इसी मामूली टक्कर को लेकर दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गयी. इसमें दोनों पक्षों से लोग जख्मी हो गये.
यूपी पुलिस में कांस्टेबल महिला प्रिया पटेल व उसके पति अखिलानंद पटेल ने वन विभाग के पूर्वी क्षेत्र के रेंजर साहिल आनंद के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि गाड़ी लड़ने के बाद वनकर्मियों को बुलाकर उन्हें पूरी तरह से पीटा गया है. महिला कांस्टेबल प्रिया पटेल अपने शरीर पर लगे चोट के निशान दिखाते हुए बताया कि हमलोगों के सहयोग के लिए वहां कोई नहीं था. आरोपित द्वारा तत्काल अपने सहयोग में वनकर्मियों को बुला लिया गया. और उनके व उनके पति के साथ जमकर मारपीट की गयी. हम उत्तर प्रदेश से माता मुंडेश्वरी के मंदिर में दर्शन करने के लिए आ रहे थे. वन विभाग के अधिकारी व कर्मियों ने मारपीट की गयी है. नहीं किया जाना चाहिए.प्रिया पटेल ने बताया कि हमलोग लगातार वन विभाग के रेंजर के समक्ष यह कह रहे थे कि हम दोनों पति-पत्नी उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद पर हैं. इस बात को समाप्त किया जाए, लेकिन वन विभाग के अधिकारी व कर्मियों ने हमारी एक नहीं सुनी. हमारी आंखों के सामने वन विभाग के अधिकारी व कर्मियों के द्वारा हमारे पति को भी पीटा गया है. प्रिति ने बताया कि रेंजर व उनके दो अन्य वनकर्मी वाहन से उतरकर हमारे पति व देवर के साथ मारपीट करने लगे. जब मैं बीच बचाव में बोलना शुरू की, तो उन लोगों ने मेरे साथ भी मारपीट करना शुरू कर दिया. यहां तक कि मूझे डंडे से भी मर गया.
डेढ़ घंटे तक जिलेबिया मोड़ वाले घाटी में हीं रोका गया. इस दौरान रेंजर साहिल आनंद के नेतृत्व में वन कर्मियों ने हम सभी श्रद्धालुओं को करीब डेढ़ घंटे तक जिलेबिया मोड़ वाले घाटी में हीं रोक कर रखा गया. श्रद्धालु सह कांस्टेबल दंपती ने बताया कि हम सभी को उक्त घाटी में रोक कर हमें और भी ज्यादा मारने पीटने के लिए रेंजर द्वारा अन्य वनकर्मियों को भी फोन के माध्यम से बुलाया गया. फिर हम किसी तरह से थाने पहुंचकर उचित कार्रवाई के लिए बिहार के कैमूर पुलिस से गुहार लगा रहे हैं. इस दौरान महिला श्रद्धालु (हेड कांस्टेबल) प्रिया पटेल ने अपने हाथ पर लगे चोट के निशान को भी दिखाए, उनका कहना था कि मेरे हाथ पैर वनकर्मियों द्वारा डंडे से मारा गया है. अब स्थिति यह है कि हम सभी वन कर्मियों द्वारा मारे-पीटे भी गये और माता मुंडेश्वरी के दर्शन पूजन से भी वंचित रह गये.रेेंजर ने श्रद्धालुओ पर मारपीट का लगाया आरोप
इधर उक्त घटना के बाद थाने में पहुंचे अधूरा पूर्वी क्षेत्र के वनों के क्षेत्र पदाधिकारी साहिल आनंद के गर्दन में भी खरोंच जैसे चोट के निशान देखे गये. साथ हीं उनका शर्ट भी फटा पाया गया. इससे यह जाहिर होता है कि इस घटना में उनके साथ भी मारपीट हुई है. उनसे पूछने पर उन्होंने श्रद्धालुओं को हीं इस घटना के लिए दोषी बताया. उन्होंने बताया कि जब हम अपने कर्मियों के साथ अधौरा पहाड़ी चल रहे थें. तब श्रद्धालुओं द्वारा अपने वहां से मेरे वहां में टक्कर मारा दी गयी. इसको लेकर पूछताछ करने पर मेरे तथा मेरे कर्मियों के साथ भी मारपीट की गयी. खबर लिखे जाने तक दोनों हीं पक्ष द्वारा थाने में आवेदन देकर शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया जारी थी. वन विभाग की ओर से भभुआ रेंजर मनोज कुमार, अधौरा पश्चिमी क्षेत्र के रेंजर मंटू पासवान, वन परिसर पदाधिकारी विनीत कुमार समेत कई अन्य लोग अपने अधौरा पूर्वी क्षेत्र के रेंजर साहिल आनंद के थाने पहुंचे हुए थे.– क्या था मामला
घटना के संबंध में पता चला है कि उक्त श्रद्धालुओं का एक जत्था यूपी के खलियारी से दो स्कॉर्पियो वाहन से माता मुंडेश्वरी धाम दर्शन पूजन के लिए चला जा रहे थे. वहीं पूर्वी क्षेत्र के रेंजर साहिल आनंद अपने कर्मियों के साथ अधौरा पहाड़ी की चढ़ाई चढ़ रहे थे. तभी जिलेबिया मोड़ में श्रद्धालुओं का एक स्कॉर्पियो वाहन का बाहरी हिस्सा रेंजर के वाहन से टकरा गया. बस यहीं से बात बड़ी और घटना मारपीट तक पहुंच गयी.–
क्या कहते है एसडीपीओ
एसडीपीओ शिवशंकर कुमार ने बताया कि गाड़ी लड़ने को लेकर दोनों पक्षों की ओर से मारपीट किये जाने की शिकायत की गयी है. दोनों पक्षो से आवेदन मांगा गया है. उसके आधार पर जांच कर कार्रवाई की जायगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है