प्रतिनिधि, कर्मनाशा
.कर्मनाशा नदी में पानी नहीं रहने से दुर्गावती प्रखंड अंतर्गत नदी में लगा लरमा व विश्वकर्मा पंप कैनाल बंद है, जिससे धान की रोपनी प्रभावित हो रही है. दरअसल किसानों के खेतों की सिंचाई के लिए दुर्गावती प्रखंड अंतर्गत कर्मनाशा नदी के सहारे तीन जगहों पर पंप कैनाल लगा गया है, लेकिन, नदी में पानी के अभाव में दो पंप कैनाल बंद हैं. दोनों पंप कैनाल नहीं चलने से किसानों के सामने परेशानी बढ़ गयी है. इधर, ढड़हर पंप कैनाल भी पानी के अभाव में कभी चालू रहता है, तो कभी बंद हो जा रहा है. धान की रोपनी के समय ही इस तरह की स्थित रहने से किसानों की खेती प्रभावित हो रही है. जहां किसान किसी तरह निजी संसाधन के बल पर धान की खेती करने में जुटे हैं. किसानों का कहना है कि बरसात कम होने से कर्मनाशा नदी में पानी का अभाव है, नदी अभी भी सूखी दिख रही है. कर्मनाशा मुख्य नहर में भी पानी टेल तक नहीं पहुंच रहा है. क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी स्थिति का जायजा लेने के लिए मूसाखांङ, लतीफ शाह बांध व बेनहेड नहीं पहुंच रहे हैं, न ही अपने हिस्से का पानी यूपी सरकार से डिमांड कर रहे हैं, ताकि किसानों की खेती समय से हो सके, इससे किसान भी निराश हो चले हैं.कम मिल रहा है बिहार के हिस्सा का पानी
बता दें कि कर्मनाशा मुख्य नहर में समझौते के अनुसार 300 क्यूसेक पानी देना है. लेकिन, सोमवार की शाम तक केवल 100 क्यूसेक पानी कर्मनाशा मुख्य नहर को मिल रहा था. जबकि यूपी की बेनहेड से निकली रजवाहा को 100 क्यूसेक पानी देना है. लेकिन, 50 क्यूसेक पानी ही रजवाहा में जा रहा है. बिहार के हिस्से का पानी कम मिलने से टेल तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है और चांद के ऊपर ही पानी रह जा रहा है. क्षेत्र के किसानों ने बिहार सरकार व जनप्रतिनिधियों से जल्द से जल्द अपने हिस्सा का पानी कर्मनाशा मुख्य नहर में छुड़वाने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है