मधेपुरा. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा डूबने की घटनाओं की रोकथाम के लिए संचालित ‘सुरक्षित तैराकी कार्यक्रम’ के अंतर्गत मंगलवार को पटना स्थित राष्ट्रीय अंतर्देशीय नौवहन संस्थान में मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षण के 32वें बैच का शुभारंभ हुआ. इस बैच में मधेपुरा जिले के आलमनगर, सिंहेश्वर, चौसा, उदाकिशुनगंज, मधेपुरा सदर व शंकरपुर प्रखंडों के 57 प्रतिभागियों ने मास्टर्स ट्रेनर प्रशिक्षण पूर्व अर्हता जांच में भाग लिया. इनमें 39 प्रतिभागियों ने निर्धारित एक सौ मीटर की तैराकी परीक्षा में सफलता प्राप्त की. ये प्रशिक्षु मास्टर ट्रेनर्स के लिए आयोजित नौ दिवसीय प्रशिक्षण में भाग लेंगे. उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम 22 से प्रारंभ होकर 30 जुलाई 2025 तक चलेगा. इस दौरान प्रतिभागियों को तैराकी की विभिन्न तकनीकों, डूबने से बचाव, त्वरित आपदा प्रत्युत्तर, प्राथमिक उपचार, बाल संरक्षण तथा सामुदायिक जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सैद्धांतिक व व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा. प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स अपने-अपने पंचायतों व प्रखंडों में समुदाय को डूबने से बचाव के लिए जागरूक करेंगे. साथ ही छह से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को तैराकी व जीवन रक्षा कौशल का प्रशिक्षण प्रदान करेंगे. यह प्रशिक्षण राज्य में डूबने की घटनाओं की रोकथाम की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है. प्रशिक्षण के पहले दिन प्राधिकरण के वरीय सलाहकार डॉ जीवन कुमार ने प्रतिभागियों से संवाद करते हुये उन्हें इस मिशन की महत्ता तथा उनके सामाजिक उत्तरदायित्व से अवगत कराया. मौके पर निनी के विशेषज्ञ प्रशिक्षक, प्राधिकरण के जनसंपर्क पदाधिकारी मुकुंद कुमार आदि मौजूद थे.
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